Guru Rashi Parivartan 2021: गुरु ने किया कुंभ राशि में प्रवेश, इन राशियों की पलटेगी किस्मत
punjabkesari.in Wednesday, Nov 24, 2021 - 08:38 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Guru Rashi Parivartan 2021: 20 नवंबर की रात 11:19 पर रोहिणी नक्षत्र व वृषभ राशि में गुरु अपनी नीच राशि मकर से निकलकर शनि की ही कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं। 2021 से पहले 2009 में गुरु कुंभ राशि में आए थे। 20 जून से लेकर 17 अक्तूबर 2021 तक गुरु वक्री अवस्था में रहे। कुंभ राशि में आने के साथ ही शनि गुरु का युति संबंध भंग हो गया है। आइए जानें 12 राशियों पर पड़ेगा क्या प्रभाव-
मेष: गुरु के कुंभ राशि में गोचर के प्रभाव से मेष राशि वालों को कुछ परेशानी हो सकती है। आपको आंखों से संबंधी कोई समस्या होने की संभावना है। आपके पास पैसा होते हुए भी आप परेशान हो सकते हैं। आमदनी में कमी आ सकती है। गुरु की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए मछलियों का पेट भरे।
वृष: गुरु वृष राशि वालों के दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपके सुख-साधनों में बढ़ोतरी होगी। आपको करियर में कईं तरह के लाभ मिलेंगे। राजकार्यों से लाभ मिलेगा। अपना काम चालाकी से निकालना होगा। संतान से सहयोग मिलेगा। गुरु के इस गोचर का शुभ फल चाहिए तो दान इत्यादि करने से परहेज़ करें।
मिथुन: गुरु का नवें स्थान पर गोचर के प्रभाव से पितरों का आशीर्वाद मिलेगा। पैतृक संपत्ति से लाभ पाने के लिए आपकी कोशिशें सफल होंगी। इस दौरान स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। मेहनत के बल पर आपको धन लाभ होगा। जीवन में सब कुछ बेहतर बनाएं रखने के लिए रोज विष्णु जी के दर्शन करें।
कर्क: कर्क राशि में गुरु आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। इसका प्रभाव आपकी आय पर पड़ेगा। घर के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। साथ ही धन में बढ़ोतरी होगी। परेशानी आने पर स्वयं भगवान की सहायता मिलेगी। गुरु के शुभ फल पाने के लिये और किसी भी तरह के अशुभ फलों से बचने के लिए- अपने मस्तक पर केसर से तिलक करें।
सिंह: सिंह राशि में बृहस्पति सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से यात्रा सुखद होगी। भाग्य में वृद्धि होगी। साथ ही धर्म के कार्यों में प्रसिद्धि होगी परंतु पैसों की कमी होगी। जीवन सुख और आराम से परिपूर्ण होगा। गुरु के शुभ फल बनाये रखने के लिए रत्तियां जो सोना तोलने के काम आती हैं, उन्हें एक पीले कपड़े में बांधकर रख दें।
कन्या: गुरु छठे स्थान पर गोचर करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से काम करने में रूचि कम रहेगी। अपनी मेहनत के बल पर ही कोई चीज मिल पायेगी। नौकरी में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। अपने दोस्तों के साथ अच्छे रिश्तें बनाकर रखने चाहिए। कद्दू दान देंगे, तो आपका भाग्य बेहतर रहेगा।
तुला: तुला लग्न में बृहस्पति पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। पांचवा स्थान संतान, गुरु, विवेक और रोमांस आदि विषयों से संबंधित है। गुरु के प्रभाव से संतान सुख पाने के लिए कोशिशें करनी पड़ेगी। विद्या का लाभ पाने के लिये कुछ कठिनाइयां आ सकती हैं। रोमांस के मामलों में सफलता मिलेगी। विवेक का सही इस्तेमाल कर पायेंगे। बृहस्पति के शुभ प्रभाव के लिए मन्दिर परिसर में साफ सफाई करें।
वृश्चिक: गुरु वृश्चिक में चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के प्रभाव से धन लाभ होगा। मानसिक शांति मिलेगी। सुख-साधनों में वृद्धि होगी। माता का साथ और लाभ मिलेगा परंतु भूमि, भवन और वाहन का लाभ देरी से मिल पायेगा। गुरु की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए पीली बनियान पहना करें।
धनु: गुरु धनु लग्न वालों के तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। भाई और संतान का सुख प्राप्त होगा। धन में वृद्धि होगी। ससुराल पक्ष से भी लाभ होगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। जीवन के कई क्षेत्रों में सुख की प्राप्ति होगी। दूसरों की भलाई करेंगे, जिससे समाज में सम्मान बढ़ेगा। तो गुरु के शुभ फल बनाये रखने के लिए छोटी कन्या का सम्मान करें और उन्हें पेठा दान करें।
मकर : गुरु मकर लग्न में दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के प्रभाव से धन संचय होगा । स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। व्यापार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। गुरु के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक पीले कपड़े में केसर बांधकर पर्स में रखें।
कुंभ: गुरु गोचर के प्रभाव से अधिक पैसे कमाने के लिए होड़ लगी रहेगी। राजकार्य और मुकदमों में जीत हासिल होगी। साथ ही स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। जीवन में माता-पिता और अन्य लोगों का सहयोग मिलता रहेगा। गुरु के शुभ फल बनाये रखने के लिए सभी गुरुओं और इष्ट का ध्यान करें।
मीन: गुरु मीन में बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के गोचर से भाग्य का उदय होगा। इस दौरान जो भी काम करेंगे, भाग्य के सहयोग से उसमें सफलता मिलेगी। साथ ही शैय्या सुख की प्राप्ति होगी और संतान सुख की भी प्राप्ति होगी। गुरु की शुभ स्थिति बनाये रखने के के लिए माथे पर केसर का तिलक लगाएं या फिर एक डिब्बी में केसर डालकर अपने पास रखें।
नीलम
8847472411