Guru Pushya Yog: Shopping के लिए 24 अक्टूबर को बनेगा ये खास योग जानें, खरीदारी मुहूर्त और महत्व

punjabkesari.in Wednesday, Oct 23, 2024 - 06:44 AM (IST)

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Guru Pushya Yog: भविष्यवक्ता और कुंडली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को अतिशुभ माना जाता है। दीपावली से 7 दिन पहले 24 अक्टूबर को गुरुवार के दिन यह नक्षत्र रहेगा। जब भी गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र होता है तो इसे गुरु पुष्य की संज्ञा दी जाती है। इस दिन सोना-चांदी और अचल संपत्ति खरीदने से बहुत लाभ मिलता है। माना जाता है कि इस नक्षत्र में आप जो भी चीज खरीदते हैं वो बरकत देती है। उससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि आती है और पारिवारिक जीवन सुखमय बना रहता है। पंचांग के अनुसार 24 अक्टूबर सुबह 11:38 बजे से 25 अक्टूबर दोपहर 12:35 बजे तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा। पुष्य नक्षत्र शनि प्रधान है लेकिन इसकी प्रकृति गुरु जैसी होती है। इस दिन स्वर्ण आभूषण, हीरा, देव प्रतिमा, भूमि-भवन, वाहन, फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन खरीदना चाहिए। इसलिए आप गुरुवार 24 अक्टूबर को सुबह 11:45 से खरीदारी शुरू कर सकते हैं और अगले दिन भी दोपहर तक खरीदारी करना शुभ माना जाएगा। हालांकि अगर आप जमीन या किसी भी तरह की अचल संपत्ति खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए गुरुवार का दिन ही ज्यादा शुभ माना जाएगा। 

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हर प्रकार की खरीदी शुभ
भविष्यवक्ता और कुंडली विश्लेषण डा. अनीष व्यास ने बताया कि गुरु पुष्य नक्षत्र में सोने, चांदी के आभूषण, चांदी की प्रतिमा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल्स, जमीन, प्लॉट, मकान, फैक्ट्री आदि में निवेश किया जा सकता है। यह समृद्धि देने वाला होगा। पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि होने से स्थायी संपत्ति की खरीदी यानी भूमि, भवन, व्यावसायिक प्रतिष्ठान विशेष फलदायी माने जाते हैं।

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पुष्य नक्षत्र में इनकी खरीदी स्थायी लाभ 
अचल संपत्ति - मकान, प्लॉट, फ्लैट, कृषि भूमि और व्यावसायिक संपत्ति। 
चल संपत्ति - आभूषणों में सोना, चांदी, हीरा, प्लैटिनम के आभूषण। 
ऑटोमोबाइल (चार पहिया वाहन, दोपहिया वाहन), 
इलेक्ट्रिक दोपहिया- चार पहिया वाहन। 
इलेक्ट्रॉनिक सामान में फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन, लैपटॉप, माइक्रोवेव ओवन आदि।

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लक्ष्मी-नारायण की पूजा से समृद्धि
भविष्यवक्ता और कुंडली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि गुरु पुष्य योग में माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन माता लक्ष्मी को खीर, दूध से बनी मिठाई और भगवान विष्णु को तुलसी दल, पंचामृत, गुड़ आदि का भोग लगाने का विधान है। कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। लक्ष्मी-नारायण की कृपा से धन-संपत्ति में बढ़ोत्तरी होती है।11111      


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Content Editor

Prachi Sharma

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