गुप्त नवरात्रि के पहले दिन करें इन मंत्रों का उच्चारण, मृत्यु के भय से मिलेगी मुक्ति
punjabkesari.in Wednesday, Jul 03, 2019 - 11:30 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
जैसे कि आप सब जानते ही हैं आज से इस साल के दूसरे गुप्त नवरात्रि शुरू हो चुके हैं। ज्योतिष के अनुसार इन नवरात्रों में नवदुर्गा की नहीं बल्कि दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार आज यानि पहले गुप्त नवरात्रि के दिन मां काली के पूजन का विधान है। आद्या शक्ति मां काली को शक्ति और बल की देवी कहा जाता है। कहते हैं जीवन से भय, संकट, इच्छा अनुसार फल पाने के लिए आद्या शक्ति मां काली की आराधना सबसे फलदायी होती है। तो चलिए जानते हैं देवी काली को प्रसन्न करने के कुछ आसान से मंत्र-
जीवन के सभी संकटों को दूर करने के लिए करें इस मंत्र का जाप-
ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै:
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
वामपादोल्लसल्लोहलता कण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
आद्या शक्ति मां काली से मनचाहा वर प्राप्त करने के लिए करें इस मंत्र का जाप-
काली महाकाली कालिके परमेश्वरी ।
सर्वानन्दकरी देवी नारायणि नमोऽस्तुते ।।
ॐ क्रीं काल्यै नमः
मृत्यु के भय से बचने के लिए करें इस मंत्र का जाप-
क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं दक्षिण कालिके ! क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं स्वाहा
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं परमेश्वरि कालिके स्वाहा
उपरोक्त मंत्रों के अलावा इस दिन काली कवच का जाप ज़रूर करें। इसे एक वैदिक स्तोत्र माना जाता है। हिंदू धर्म के ब्रह्मवैवर्त में इसका उल्लेख मिलता है।
मान्यताओं के अनुसार इसका जाप करने से मां काली अपने भक्त पर प्रसन्न हो कर उसकी अंतरआत्मा को शुद्ध कर देती हैं और उसके दुष्टों को नष्ट कर देती हैं।
कहते हैं इसमें वर्णित दो स्तोत्र का जाप महाकाली से प्रति आभार व्यक्त करने और बुरी नज़र से सुरक्षा पाने के लिए किया जाता है।
ज्योतिष विद्वानों के अनुसार मां काली के इस कवच स्तोत्र का बार-बार जाप करने से घर और कार्यस्थल से नकारात्मक उर्जाएं दूर हो जाती हैं।