गायत्री मंत्र की शक्ति से पाएं दरिद्रता और शत्रुओं पर विजय
punjabkesari.in Wednesday, Jan 24, 2024 - 08:13 AM (IST)

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Gayatri Mantra ke upay: गायत्री मंत्र का जाप करने से उत्साह एवं सकारात्मकता से आपकी त्वचा में चमक आती है और परमार्थ में रुचि जागती है, पूर्वाभास होने लगता है, आशीर्वाद देने की शक्ति बढ़ती है, नेत्रों में तेज आता है, स्वप्न सिद्ध हो जाते हैं, क्रोध शांत होता है, ज्ञान की वृद्धि होती है। यदि कोई व्यक्ति जीवन की समस्याओं से बहुत त्रस्त है, तो उसकी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।
पीपल, शमी, वट, गूलर, पाकर की समिधाएं लेकर एक पात्र में कच्चा दूध भरकर रख लें एवं उस दूध के सामने एक हजार गायत्री मंत्र का जाप करें। इसके बाद एक-एक समिधा को दूध में स्पर्श करा कर गायत्री मंत्र का जप करते हुए अग्नि में होम करने से समस्त परेशानियों एवं दरिद्रता से मुक्ति मिल जाती है।
विद्यार्थियों के लिए गायत्री मंत्र का जाप सभी के लिए उपयोगी है, किन्तु विद्यार्थियों के लिए तो यह मंत्र बहुत लाभदायक है। रोजाना इस मंत्र का एक सौ आठ बार जप करने से सभी प्रकार की विद्या प्राप्त करने में आसानी होती है। पढ़ने में मन नहीं लगना, याद किया हुआ भूल जाना, शीघ्रता से याद न होना आदि समस्याओं से विद्यार्थियों को निजात मिल जाती है। दरिद्रता के नाश के लिए यदि किसी व्यक्ति के व्यापार, नौकरी में हानि हो रही है या कार्य में सफलता नहीं मिलती, आमदनी कम है तथा व्यय अधिक है तो उन्हें गायत्री मंत्र का जप बहुत लाभ पहुंचाता है।
शुक्रवार को पीले वस्त्र पहनकर गायत्री माता का ध्यान कर जप करने से दरिद्रता का नाश होता है। इसके साथ ही रविवार को व्रत किया जाए तो ज्यादा लाभ होता है। संतान संबंधी परेशानियां दूर करने के लिए प्रात: पति-पत्नी एक साथ सफेद वस्त्र धारण कर गायत्री मंत्र का जप करें तो संतान संबंधी किसी भी समस्या से शीघ्र मुक्ति मिलती है।
यदि कोई व्यक्ति शत्रुओं के कारण परेशानियां झेल रहा हो तो उसे प्रतिदिन या विशेष कर मंगलवार, अमावस्या अथवा रविवार को लाल वस्त्र पहनकर माता दुर्गा का ध्यान करते हुए गायत्री मंत्र के आगे एवं पीछे क्लीं बीज मंत्र का तीन बार सम्पुट लगाकर एक सौ आठ बार जाप करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है तथा न्यायालयों आदि कार्यों में भी विजय प्राप्त होती है।