Ganga Saptami: गंगा सप्तमी पर बनेगा त्रिपुष्कर, शिववास और रवि योग का शुभ संयोग, इस मुहूर्त में करें शुभ काम
punjabkesari.in Thursday, May 01, 2025 - 03:39 PM (IST)

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Ganga Saptami 2025: गंगा सप्तमी पर इस वर्ष त्रिपुष्कर, शिववास और रवि योग का शुभ संयोग बनने जा रहा है। इस दिन स्नान-दान से लेकर शुभ काम करना मंगलमय माना जाता है। गंगा सप्तमी एक पावन हिन्दू पर्व है, जो हर वर्ष वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। यह वह दिन माना जाता है जब मां गंगा स्वर्ग से पुनः पृथ्वी पर अवतरित हुईं। विशेषतः भगीरथ की तपस्या के फलस्वरूप, जब उन्होंने अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए उन्हें बुलाया। हालांकि अधिकतर लोग गंगा दशहरा को ही गंगा के अवतरण का पर्व मानते हैं।
पुराणों के अनुसार, गंगा का पहला अवतरण ब्रह्मलोक से भगवान विष्णु के चरणों से हुआ, जब उनके वामन रूप में ब्रह्मांड को नापा गया। परंतु पृथ्वी पर उनका सप्राण अवतरण भगीरथ के माध्यम से हुआ। गंगा सप्तमी इस दूसरे चरण को दर्शाती है, जब गंगा केवल एक जलधारा नहीं रही, बल्कि एक चेतन शक्ति बनकर प्रकट हुईं। इस दिन गंगा का वह स्वरूप प्रकट हुआ, जिसे त्रिलोक शुद्धि का सामर्थ्य प्राप्त था।
Ganga Saptami Shubh Muhurat गंगा सप्तमी शुभ मुहूर्त: गंगा सप्तमी 3 मई 2025 शनिवार को है। गंगा सप्तमी का मध्याह्न मुहूर्त 10:58 ए.एम से लेकर 01:38 पी एम तक रहेगा।
Ganga Saptami Shubh yoga गंगा सप्तमी शुभ योग: 3 मई शनिवार को गंगा सप्तमी के दिन त्रिपुष्कर योग सुबह 7:51 से लेकर दोपहर 12:34 तक रहने वाला है। रवि योग का प्रभाव भोर के समय 5:39 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक देखा जा सकेगा। इस दौरान सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में होंगे, इस समय में कोई भी नया काम आरंभ किया जा सकता है। नौकरी अथवा व्यवसाय से संबंधित किए गए कार्यों में मनचाही सक्सैस तो मिलेगी। जो रुके हुए काम भी हैं, वे भी फिर से आरंभ किए जा सकते हैं और उनके पूरा होने में किसी भी तरह की कोई बाधा-मुश्किल नहीं आएगी। अतीत में किए गए प्रयास सफल होंगे। पुराने निवेश धन वृद्धि में सहायक होंगे। उम्मीद से अधिक लाभ प्राप्त होंगे।