Ganesh Chaturthi: जल्दी ही घर-घर विराजेंगे बप्पा, जानें शुभ मुहूर्त व स्थापना विधि
punjabkesari.in Friday, Sep 08, 2023 - 10:18 AM (IST)
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Ganesh Chaturthi 2023 Date: भारत में हर साल गणेश उत्सव बड़े ही धूमधाम और पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसे गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। जल्दी ही अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए और उनकी सारी मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए गणपति बप्पा सभी के घरों में पधारने वाले हैं। हर कोई जानता है कि गणपति बप्पा बुद्धि और शुभता के देवता हैं। 10 दिन तक चलने वाले इस पर्व की धूम पूरे भारत में देखने को मिलती है। इस दौरान भक्त गणपति की लगातार 10 दिन तक पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। फिर अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन करते हैं। कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी पर गणपति जी की पूजा करने से सारी बाधाएं दूर होती हैं।
यह भी कहा जाता है कि जहां बप्पा विराजते हैं, वहां हर पल सुख-समृद्धि का वास होता है। इस बार लोगों को गणेश चतुर्थी की सही डेट को लेकर कंफ्यूजन है। ऐसे में आइए जानते हैं, इस साल कब है गणेश चतुर्थी, साथ ही जानिए मुहूर्त व स्थापना विधि।
Exact date of Ganesh Chaturthi 2023 गणेश चतुर्थी 2023 की सही डेट
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 2 दिन तक रहेगी। इस उत्सव की शुरुआत 2023 में 19 सितंबर से शुरू हो रहा है और इसका समापन 28 सितंबर 2023 को होगा। ऐसे में 28 सितंबर को गणेश विसर्जन होगा।
Auspicious time for Ganesh Sthapana 2023 गणेश स्थापना 2023 का शुभ मुहूर्त
गणेश स्थापना 2023 का शुभ मुहूर्त 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से है और समापन 19 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट पर है।
2 auspicious coincidences are being made on Ganesh Chaturthi गणेश चतुर्थी पर बन रहे हैं 2 शुभ संयोग
पंचांग के अनुसार, 19 सितंबर को स्वाति नक्षत्र दोपहर 01 बजकर 48 तक रहेगा। उसके बाद विशाखा नक्षत्र रात तक रहेगा। ऐसे में गणेश चतुर्थी के दिन 2 शुभ योग बनेंगे। इसके अलावा इस दिन वैधृति योग भी रहेगा, जो बेहद ही शुभ माना गया है।
Significance of Ganesh Utsav गणेश उत्सव का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि जिस दिन गणेश जी का जन्म हुआ था, उस दिन भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी थी। इस दिन को गणेश चतुर्थी और विनायक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि इन दिनों में जो जातक गणेश जी को घर में बैठाकर सच्चे मन से उनकी आराधना करता है, उसके जीवन में सदा ही बप्पा का आशीर्वाद बना रहता है।