करवाचौथ के दिन गलती से भी न करें ऐसा वरना बहुत बुरा होगा अंजाम

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2019 - 05:04 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जैसे कि सब जानते हैं अक्टूबर के इस महीने की शुरूआत ही त्यौहारों के साथ हो गई है या यूं कहे कि इस बार अक्टूबर का ये माह अपेन साथ त्यौहार व पर्व की झड़ी लाया है। इन्हीं त्यौहारों की इस लिस्ट में अगला आने वाला प्रमुख त्यौहार है करवाचौथ जो हिंदू धर्म का एक प्रमुख व महत्वपूर्ण त्यौहार है। खासतौर पर ये त्यौहार महिलाएं के लिए खास होता है। इस दिन विवाहित स्त्रियां अपन पति की सलामती व लंबी उम्र के लिए पूरा दिन भूखी प्यासी रहत हैं। बता दें इस साल यानि 2019 में करवाचौथ का ये पर्व 17 अक्टूबर गुरुवार को पड़ रहा है।
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मान्यताओं के अनुसार करवाचौथ का ये व्रत सूर्योदय से पहले ही शुरू हो जाता है जो रात को चांद निकलने के बाद ही संपन्न किया जाता है। ये व्रत न केवल विवाहित महिलाओं ही नहीं बल्कि कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की कामना से ये व्रत रखती हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से करवाचौथ के इस व्रत से कई नियम आदि जुड़े हुए हैं मगर आज कल के मार्डन ज़माने की लड़कियां व स्त्रियां उन नियमों का पालन करना आवश्यक नहीं समझती। मगर आपको बता दें इन नियमों को नज़र अंदाज़ करने से पूजा का फल नहीं मिलता। तो आइए जानते हैं करवचौथ से जुड़े कुख खास नियम-

हर महिला को इस बात का खास ध्यान रखें कि करवाचौथ के दिन देर तक न सोएं क्योंकि मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म के इस व्रत की शुरुआत सूर्योदय के साथ ही हो जाती है।

आप में से लगभग लोग जानते होंगे कि इस दिन सास द्वारा दी गई सरगी में आया सामान खाया जाता है। कुछ महिलाएं इस दौरान इस के अलावा भी थोड़ा-बहुत कुछ खा लेती है जो शुभ नही माना जाता।
PunjabKesariकहा जाता है करवाचौथ की पर सास से मिली सरगी अधिक शुभ मानी जाती है। बता दें सरगी में व्रत शुरू होने से पहले सास अपनी बहू को कुछ मिठाइयां, कपड़े और श्रृंगार का सामान देती है। हर महिला को करवाचौथ पर सरगी का भोजन करना चाहिए और खान से पहले भगवान की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लेना चाहिए।

करवाचौथ के दिन व्रत रखने वाली महिलाओं व कुंवार लड़कियों को पूजा-पाठ में भूरे और काले रंग के कपड़े पहनकर नहीं बैठना चाहिए, ऐसा करना शुभ नहीं होता। इसके विपरीत अगर संभव हो तो इस दिन लाल रंग के कपड़े पहनें क्योंकि लाल रंग प्यार का प्रतीक होता है।

कुछ महिलाएं अपना ध्यान भटकाने के लिए कि उन्हें भूख-प्यास का अधिक अहसास न हो इसके लिए टीवी देखती हैं या गपशप करती हैं। मगर ऐसा नहीं करना चाहिए बल्कि इस दिन पूजा में ध्यान लगाएं जितना हो सके भजन-कीर्तन करें।

इस दिन खुद न सोने के अलावा महिलाओं घर के किसी सोते हुए सदस्य को उठाएं भी नहीं। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना अशुभ होता है।
किसी का अपमान न करें व्रत करने वाली महिलाओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए. महिलाओं को घर में किसी बड़े का अपमान नहीं करना चाहिए.

यूं तो पति से कभी भी छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा नहीं करना चाहिए। परंतु इस दिन खासकरके अपने पति से लड़ाई न करें। शास्त्रों में कहा गया है कि करवा चौथ व्रत के दिन पति से झगड़ा करने से व्रत का फल नहीं मिलता।
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करवाचौथ के व्रत के दिन किसी भी महिला को अपना श्रृंगार का सामान किसी अन्य महिला से शेयर नहीं करना चाहिए।
 

इस दिन महिलाओं को किसी भी प्रकार की नुकीली चीजों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए।


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Jyoti

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