Kundli Tv- श्राद्ध में करें ये काम नहीं होगी पैसों की किल्लत !

punjabkesari.in Friday, Sep 28, 2018 - 09:31 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें Video)
शुक्रवार दिनांक 28.09.18 को आश्विन शुक्ल चतुर्थी पर चौथ का श्राद्ध मनाया जाएगा साथ ही इस दिन महाभारिणी श्राद्ध भी मनाया जाएगा। भारिणी श्राद्ध हर साल अपराह्न काल के समय भारणी नक्षत्र के रहने पर मनाया जाता है। भारणी श्राद्ध भी गया श्राद्ध जितना महत्वपूर्ण है क्योंकि भारिणी यम संज्ञक नक्षत्र है। अतः इसे यम श्राद्ध भी कहते हैं। चतुर्थी तिथि का पार्वण श्राद्ध उन पूर्वजों के निमित किया जाता है जिनकी मृत्यु शुक्ल या कृष्ण पक्ष की चौथ पर हुई हो। चतुर्थी के स्वामी गणेश हैं। इस दिन तिल का दान व उपयोग वर्जित है तथा क्रोध, घमंड व पाखंड के त्याग की शास्त्र आज्ञा है। चतुर्थी के श्राद्धकर्म में चार ब्राह्मणों को भोजन करवाने का मत है। जिसमें सुहागन ब्राह्मणी सहित उसके पति व संतान को भोजन करवाया जाता है। इस श्राद्ध में मासी व बुआ को पात्र भेंट देते हैं। इस श्राद्ध में विष्णु के चतुर्भुज स्वरूप का पूजन कर गीता के चौथे अध्याय का पाठ किया जाता है। चतुर्थी के श्राद्ध, पिंडदान व तर्पण से विघ्न दूर होते हैं, आर्थिक हानि से मुक्ति मिलती है मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
PunjabKesari
चतुर्थी श्राद्ध विधि: घर की दक्षिण दिशा में दक्षिणमुखी होकर सफ़ेद कपड़ा बिछाकर पितृ यंत्र व पितृओं के चित्र स्थापित करें। जनेऊ (यज्ञोपवित) दाहिने कंधे से लेकर बाई तरफ करें। गौघृत में इत्र मिलाकर दीप करें। सुगंधित धूप जलाएं, चंदन अर्पित करें, गुलाबी फूल चढ़ाएं, मिश्री व ईलायची चढ़ाएं तथा भोजन में मखाने की खीर, मैदे की पूड़ी व घीया की सब्जी का भोग लगाएं। इसके बाद विष्णु के चतुर्भुजी स्वरूप का स्मरण करते हुए तुलसी पत्र चढ़ाएं व भागवत गीता के पंचम अध्याय का पाठ करें। पितृ के निमित इस मंत्र का जाप करें। इनके श्राद्ध में चढ़े भोग में से पहले गाय फिर काले कुत्ते और अंत में कौए के लिए ग्रास अलग से निकालकर उन्हें खिलाएं। इसके बाद ब्राह्मण को भोजन करवाकर यथायोग्य दक्षिणा दें। 

स्पेशल मंत्र: ॐ चतुर्भुजाय नमः॥ 
PunjabKesari
चतुर्थी श्राद्ध मुहूर्त
सर्वोत्तम कुतुप मुहूर्त:
दिन 11:47 से दिन 12:35 तक।

श्रेष्ठ रौहिण मुहूर्त: दिन 12:35 से दिन 13:22 तक।

साध्य अपराह्न मुहूर्त: दिन 13:22 से शाम 15:44 तक।
PunjabKesari
स्पेशल टोटके:
विघ्न दूर करने के लिए:
दही-शक्कर का घोल पितृओं पर चढ़ाकर कुत्ते को खिलाएं।

आर्थिक हानि से मुक्ति के लिए: इत्र लगे सिक्के पितृओं पर चढ़ाकर भिखारी को दान करें।

मनोकामना पूर्ति के लिए: पितृओं के निमित सुगंधित तेल वाले आटे का चौमुखी दीपक करें।  

उपाय चमत्कार: 
गुड हेल्थ के लिए:
गणपति पर चढ़ी मुलतानी मिट्टी से तिलक करें। 

गुडलक के लिए: गणपति पर चढ़े कमल गट्टे तिजोरी में रखें। 

विवाद टालने के लिए: गणपति पर नारियल चढ़ाकर किसी कन्या को दान करें। 

नुकसान से बचने के लिए: गणपति पर सफ़ेद कनेर के फूल चढ़ाएं।

प्रोफेशनल सक्सेस के लिए: गणपति पर कमल का फूल चढ़ाएं।  
PunjabKesari
एजुकेशन में सक्सेस के लिए: गणपति पर दूर्वा चढ़ाकर टेक्स्टबुक में रखें। 

बिज़नेस में सफलता के लिए: गणपति पर चढ़ा चांदी का सिक्का गल्ले में रखें। 

पारिवारिक खुशहाली के लिए: गणपति की कपूर जलाकर आरती करें।

लव लाइफ में सक्सेस के लिए: गणपति पर रातरानी का इत्र चढ़ाएं। 

मैरिड लाइफ में सक्सेस के लिए: दंपत्ति "ॐ श्रीं गणेशाय नमः" का जाप करें।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

श्राद्ध में करें ये ख़ास काम कभी नहीं छूएगी बीमारी (देखें Video)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Niyati Bhandari

Recommended News

Related News