ब्रह्म मुहूर्त में करें ये काम, दुर्भाग्य से मिलेगी मुक्ति

punjabkesari.in Tuesday, Jan 30, 2018 - 10:33 AM (IST)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में ग्रहों से संबंधित कोई दोष होता है, वे लोग देवी-देवताओं की कृपा के पात्र नहीं बन पाते। इसकी वजह और कुछ नहीं बल्कि  उनके द्वारा किए गए कार्यों में मिल रही असफलता ही होती है। जब उनका भाग्य साथ नहीं देता, घर-परिवार में अशांति का माहौल पैदा हो जाता है। लेकिन यदि व्यक्ति ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ साधारण उपायों को अपनाए तो उसके जीवन की अनेक प्रकार की बाधाएं दूर हो सकती हैं। 

आमतौर पर ज्योतिष में बताए गए उपाय या पूजा -पाठ का कोई कार्य नहाने के बाद ही संपन्न किया जाता है। लेकिन ज्योतिष में कुछ बातें एेसी भी बताई गई है, जिन्हें बिना नहाए करना भी शुभ माना जाता है। तो आईए आपको बताएं इन उपायों के बारे में-


सुबह जागते ही करें इस मंत्र का जाप
स्त्री हो या पुरुष रोज सुबह जागते ही इस मंत्र का जाप अवश्य करें।


मंत्र-
ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्रः शनि राहुकेतवः कुर्वन्तु सर्वे ममसुप्रभातम्॥


अथार्त- हे! ब्रह्मा, विष्णु, शिव, सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु देवता, मुझ पर कृपा करें व मेरी प्रातःकाल को मंगलमय बनाएं।

इस मंत्र के उच्चारण से व्यक्ति पर सभी देवी-देवता और नौ ग्रहों की कृपा होती है और सब प्रकार के दोषों का नाश होता है। ये शुभ काम सुबह जागते ही करने से दुर्भाग्य से भी मुक्ति मिलती है।


हथेलियां देखें
हमारे हाथों के अग्रभाग में देवी लक्ष्मी, मध्य में सरस्वती और हाथ के मूलभाग में भगवान विष्णु का वास है। इसलिए सुबह जागते ही अपनी दोनों हथेलियों को देखकर इस मंत्र का पाठ करना चाहिए-


कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले तू गोविंद: प्रभाते करदर्शनम्॥


ब्रह्म मुहूर्त में ही छोड़ देना चाहिए बिस्तर
शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्य से पहले ही बिस्तर छोड़ देना चाहिए। जो व्यक्ति सुबह देर तक सोता है, उसकी बुद्धि कम होती है और दुर्भाग्य बढ़ता है।


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