कल रात से पहले करें कोई भी एक काम, मिलेगा पुण्य के साथ महालाभ

punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2017 - 10:19 AM (IST)

आज मंगलवार, 7 फरवरी माघ मास के शुक्ल पक्ष की जया एकादशी व्रत और भीष्म द्वादशी है। तिल द्वादशी तिथि 7-8 फरवरी को रहेगी, 8 फरवरी को प्रदोष व्रत है। धर्म ग्रंथों के अनुसार एकादशी को भगवान श्री हरि विष्णु का खास पूजन करने से उनकी भार्या देवी लक्ष्मी सहित सभी दैवीय शक्तियां अपनी कृपा बरसाती हैं और घर में खुशहाली का वास होता है। एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान श्री कृष्ण को नीले रंग के फूल चढ़ाने से गरीबी दूर होती है। इस दिन पान न खाएं, किसी की चुगली न करें, क्रोध न करें, झूठ न बोलें, दिन के समय न सोएं, तेल में बना हुआ खाना न खाएं, कांसे के बर्तनों का प्रयोग न करें। व्रत न भी रखा जाए तो प्याज, लहसुन और चावल न खाएं। 


कल रात से पहले करें कोई भी एक काम, मिलेगा पुण्य के साथ महालाभ


श्रीकृष्ण की प्रसन्नता के लिए गोपी चंदन का तिलक लगाएं।


शाम के समय श्रीराधाकृष्ण मंदिर, पीपल के पेड़ और तुलसी पर तिल के तेल अथवा शुद्ध देसी गाय के घी का दीपक करें और ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।


शिवलिंग पर मिष्ठान अर्पित करें।


कमल फूलों से श्रीहरि विष्णु के बाद भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करें।

 
लक्ष्मी को स्थिर रखने के लिए एक नारियल, लाल-पीला-नीला अौर एक सफेद फूल मां लक्ष्मी को चढ़ाएं


यदि ज्यादा मेहनत करने पर भी बरकत न हो रही हो तो मां लक्ष्मी की पूजा के साथ कमल के फूल की भी पूजा करें फिर इस फूल को लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी में रख दें।

 
श्री हरि विष्णु और भगवान शिव को नीले रंग के अपराजिता पुष्प चढ़ाने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।


गाय को हरि घास अथवा पालक खिलाएं।


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