दयानंद सरस्वती ने समाज के दोष को दूर कर जन कल्याण का अमृत फैलाया : पटेल
punjabkesari.in Monday, Oct 09, 2023 - 08:30 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अहमदाबाद (वार्ता) : गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को यह कहा कि दयानंद सरस्वती ने समाज के दोष को दूर कर लोगों को सच्चा मार्ग दर्शाते हुए जन कल्याण का अमृत फैलाया था। अहमदाबाद में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में ‘ज्ञान ज्योति पर्व’ मनाया गया।
इस पावन अवसर पर पटेल ने कहा, ‘‘आज जब आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती जी की द्विशताब्दी जयंती देशभर में मनाई जा रही है, तब इसमें सहभागी होने का मुझे भी अवसर मिला है।’’
उन्होंने कहा कि हम सबके लिए आनंद की बात यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर ‘ज्ञान ज्योति पर्व’ का आरंभ नई दिल्ली से कराया था। इस प्रकार उनके नेतृत्व में आज समग्र देश में सांस्कृतिक नवजागरण का एक दौर शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री ने महर्षि दयानंद सरस्वती की चर्चा करते हुए कहा कि आज से दो शताब्दी पहले जब महर्षि दयानंदजी का जन्म हुआ था, तब देश सदियों की पराधीनता से निर्बल होकर अपना ओज खो रहा था। इतना ही नहीं, हमारे संस्कारों, मूल्यों, आदर्शों का नाश करने के भी अनेक प्रयास हुए थे। ऐसी स्थिति में महर्षि जी ने समाज में वेद के बोध को पुनर्जीवित किया तथा लोगों में ज्ञान को एक नई दिशा दी थी। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद हमेशा कहते थे कि भारत को उसके प्राचीन मूल धर्म की ओर वापस लौटना चाहिए और पूरे विश्व में श्रेष्ठ विचारों का संचार होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात भाग्यशाली है, क्योंकि गुजरात महर्षि जी की जन्मभूमि है। महर्षि दयानंद जैसी विरल विभूति का जन्म स्थान गुजरात के टंकारा में है। महर्षि दयानंद सरस्वती के जन्म स्थल पर आने वाले आर्य समाजियों के लिए की जा रही सुविधाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां दर्शनार्थियों के लिए भूद्दश्य निर्माण, बैठक व्यवस्था, टॉयलेट ब्लॉक, पानी जैसी सुविधाएं मुहैया कराने का कामकाज प्रगति पर है। राज्य सरकार ने श्री महर्षि दयानंद सरस्वती ट्रस्ट को राजकोट-मोरबी राजमार्ग पर भूमि भी आवंटित की है। इस अवसर पर राज्य मंत्री जगदीशभाई विश्वकर्मा, शहर की महापौर प्रतिभाबेन जैन, विधायक जीतूभाई पटेल, हर्षदभाई पटेल, गुजरात प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के सुरेशचंद्र आर्य, दीपकभाई ठक्कर, अन्य महानुभाव तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।