हकीकत या फसाना: भटकती रहती है दान न करने वालों की आत्मा, पढ़ें कथा
punjabkesari.in Saturday, Sep 09, 2023 - 08:37 AM (IST)
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Daan Ka Mahatva: प्राचीन काल में हातिम नामक व्यक्ति लोगों की सेवा करते हुए देश-देशांतर में घूमता रहता था। एक बार उसने स्वप्न देखा कि कोई व्यक्ति रो रहा है, हातिम ने उससे रोने का कारण पूछा। उसने बताया, ‘‘मैं चीन देश का सबसे बड़ा व्यापारी था। एक बार मैं व्यापार करके जंगल के रास्ते लौट रहा था। रास्ते में डाकुओं ने मेरा सारा धन लूट लिया और मेरी हत्या कर दी। मुझे मरने के बाद यहां खाना नहीं मिलता क्योंकि मैंने कभी किसी को ईश्वर के नाम पर कुछ भी दान नहीं दिया था। यदि तुम चीन जाकर मेरे घर में गड़े हुए धन का दान कर दो तो मुझे तृप्ति मिल जाएगी।’’ हातिम को उसने अपने घर का पता बताया।
हातिम की नींद खुली तो वह इस स्वप्न के संबंध में सोचने लगा और उसने चीन जाने का निश्चय कर लिया। चीन में उस सौदागर के घर पहुंचकर हातिम ने सौदागर के लड़कों को सारी बात बताई। तब उन्होंने बताए गए स्थान पर खुदाई करके धन निकाल कर फकीरों में खूब दान किया। एक माह पश्चात हातिम ने पुन: स्वप्न में देखा कि धन का सदुपयोग हो जाने से वह सौदागर अब प्रसन्न है, तृप्त है।