Crystal Turtle Vastu Tips: वास्तु शास्त्र अनुसार सही दिशा में रखा गया क्रिस्टल कछुआ बनाता है मजबूत धन योग
punjabkesari.in Monday, Nov 24, 2025 - 01:27 PM (IST)
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Crystal Turtle Vastu Tips: वास्तु शास्त्र और प्राचीन हिंदू ग्रंथों में कछुआ (कूर्म) को स्थिरता, दीर्घायु, समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक माना गया है। कछुआ भगवान विष्णु के कूर्म अवतार का स्वरूप भी है, इसलिए घर में क्रिस्टल कछुआ रखने से सकारात्मक ऊर्जा तेज़ी से सक्रिय होती है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। क्रिस्टल कछुआ विशेष रूप से घर, ऑफिस, दुकान और कार्यस्थल में ऊर्जा को स्थिर करने के लिए रखा जाता है। आइए जानते हैं, इसे कहां रखें और इसके क्या लाभ प्राप्त होते हैं।

Best Direction to Place Crystal Turtle क्रिस्टल कछुआ कहां रखें?
उत्तर दिशा – करियर और धन वृद्धि
वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा कुबेर और जल तत्व से जुड़ी है। यहां क्रिस्टल कछुआ रखने से आर्थिक वृद्धि होती है। नौकरी, करियर और व्यापार में तरक्की के योग बनते हैं। विद्यार्थियों के लिए भी यह दिशा शुभ मानी जाती है।
सबसे अच्छा स्थान: ड्रॉइंग रूम की उत्तर दीवार, ऑफिस की नॉर्थ टेबल / कैबिन
पूर्व दिशा – स्वास्थ्य और पारिवारिक सुख
पूर्व दिशा सूर्य देव का स्थान है। यहां क्रिस्टल कछुआ रखने से स्वास्थ्य बेहतर होता है। घर में सकारात्मक ऊर्जा और पारिवारिक सौहार्द बढ़ता है।
कहां रखें: घर के लिविंग एरिया के पूर्वी भाग में काउंटर या ग्लास शेल्फ पर

दक्षिण-पश्चिम (South-West) – स्थिरता और सुरक्षा
वास्तु के अनुसार यह दिशा गृहस्थ और स्थिरता से जुड़ी है। यहां कछुआ रखने से वैवाहिक जीवन में स्थिरता आती है। पारिवारिक संबंध मजबूत होते हैं और घर सुरक्षित रहता है।
Rules of Placing Crystal Turtle क्रिस्टल कछुआ रखने के नियम
कछुए को कांच के बाउल या प्लेट में पानी भरकर रखें, इससे जल तत्व सक्रिय होता है।
इसे हमेशा साफ और चमकदार रखें।
कछुए के ऊपर गंदगी, धूल या टूट-फूट नहीं होनी चाहिए।
इसे शौचालय या रसोई के पास न रखें।
कछुए को जमीन पर सीधे नहीं रखना चाहिए। हमेशा किसी स्टैंड या प्लेट पर रखें।

Benefits of Crystal Turtle According to Vastu क्रिस्टल कछुआ रखने के लाभ
घर में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
धन वृद्धि और करियर में उन्नति होती है।
मानसिक शांति, धैर्य और एकाग्रता बढ़ती है।
घर में रोग, वाद-विवाद और अशांति कम होती है।
पति-पत्नी एवं परिवार के बीच मधुर संबंध बनते हैं।
पुराने आर्थिक अड़चनें धीरे-धीरे दूर होती हैं।

