COVID 19- कोरोना पर मंत्र और योग के प्रभाव का किया जा रहा आकलन
punjabkesari.in Tuesday, Mar 23, 2021 - 08:55 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
नई दिल्ली (अंकुर शुक्ला/नवोदय टाइम्स): विश्वभर में परेशानी का सबब बन चुके कोरोना महामारी को मात देने के लिए अनेक तरह के शोध और अध्ययनों का दौर चल रहा है। फिलहाल कई देशों में वैक्सीनेशन के जरिए कोरोना वायरस को कमजोर करने की कोशिश जारी है लेकिन अन्य विकल्पों पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। देश में वैक्सीन और दवाइयों के इतर कोरोना सहित अन्य लाइलाज बीमारियों पर मंत्र और योग के प्रभाव का भी आकलन किया जा रहा है। इस आशय में एम्स (ऋषिकेश) के विशेषज्ञ शोध में जुटे हैं। इस शोध को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने प्रायोजित किया है।
Gayatri mantra and pranayama- गायत्री मंत्र और प्राणायाम के प्रभाव पर शोध कर रहे एम्स विशेषज्ञ
एम्स नई दिल्ली के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के मुताबिक ऋषिकेश में हो रहे इस शोध में 20 मरीजों को शामिल किया गया है। शोधकार्य 14 दिनों तक किए जाएंगे और परीक्षण के दौरान विशेषज्ञ मरीजों के शरीर में होने वाले बदलावों की जांच भी करेंगे। 20 मरीजों को दो समूहों में बांटा गया है। पहले समूह के लोगों से सामान्य उपचार के साथ दिन में दो वक्त प्राणायाम और गायत्री मंत्र का जाप कराया जा रहा है। वहीं, दूसरे समूह के लोगों को कोरोना का सामान्य उपचार दिया जा रहा है। निर्धारित अवधि के बाद दोनों समूह के लोगों के स्वास्थ्य का अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद दोनों समूह के मरीजों के स्वास्थ्य में होने वाले अंतर की तुलना की जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि जिन मरीजों ने सामान्य उपचार के साथ गायत्री मंत्र का जाप और प्राणायाम किया और जिन लोगों को केवल सामान्य उपचार दिया गया उनकी स्थिति में क्या अंतर है।