Kali Bein: गुरु नानक देव से जुड़ी काली बेईं में जल्द बहेगा साफ पानी
punjabkesari.in Monday, May 08, 2023 - 09:02 AM (IST)

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कपूरथला (वालिया): पंजाब में 165 किलोमीटर लंबी काली बेईं नदी को साफ करने का मिशन करीब 23 साल पहले नामुमकिन लग रहा था लेकिन यह अब जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है। पर्यावरणविद् और सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के जीवन से जुड़ी नदी को साफ करने का 90 फीसदी काम पूरा चुका है और नवम्बर तक इसमें साफ जल का प्रवाह होगा। साल 2000 में सीचेवाल की ओर से शुरू किए गए नदी पुनरुद्धार मिशन से पहले यह नदी एक नाले में तबदील हो चुकी थी और शहरों तथा गांवों का अपशिष्ट पानी इसमें छोड़ा जा रहा था।
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सिखों का मानना है कि गुरु नानक देव काली बेईं के तट पर सुल्तानपुर लोधी में 14 साल तक रहे और इस नदी में स्नान करने के बाद उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ। यह 165 किलोमीटर लंबी नदी होशियारपुर जिले में धनोआ गांव से निकलती है और कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में फत्तेवाल गांव के पास ब्यास नदी में मिलती है।
राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सदस्य सीचेवाल ने कहा कि नदी के पुनरुद्धार का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है। 8 गांवों होशियारपुर जिले के परोज, प्रेमपुर, तलवंडी, दादियां और हमीरपुर तथा कपूरथला के चनचाक, डोगरावाल, नानकपुर और सैदो भुलाना से सीवर के पानी को नदी में जाने से रोकने पर काम किया जा रहा है। दसूहा, टांडा, भुलत्थ, बेगोवाल, सुल्तानपुर लोधी और कपूरथला में इस नदी में गंदे पानी के प्रवाह को रोकने के लिए 6 जलमल शोधन संयंत्र (एस.टी.पी.) लगाए गए हैं। सैदो भुलाना में एस.टी.पी. लगाने का कार्य प्रगति पर है।
संत सीचेवाल ने लोगों के सहयोग से नदी की सफाई का अभियान शुरू किया था। उनके प्रयासों को व्यापक रूप से मान्यता मिली और दिवंगत राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने उनकी सराहना की थी तथा 2006 में उनके काम को देखने के लिए यहां उनके गांव का दौरा किया था। पहले काली बेईं के किनारे बसे 47 गांवों का गंदा पानी इसमें बह रहा था। ‘सीचेवाल मॉडल’ की
मदद से 39 गांवों के गंदे तालाबों को शोधित किया गया है।