Chandra Grahan: 2025 का आखिरी चंद्र ग्रहण, 12 राशियों पर ऐसा होगा असर

punjabkesari.in Friday, Aug 29, 2025 - 07:01 PM (IST)

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Chandra Grahan 2025: चंद्रमा ज्योतिष में मन का कारक होता है। धरती से साफ नजर आता है इसलिए धरती पर इसका प्रभाव बहुत ज्यादा पड़ता है। जिस दिन पूर्णिमा होती है, उस दिन चंद्र समुद्र में ज्वार भाटा आ जाता है और हमारी बॉडी में 70% के आसपास पानी होता है। इसलिए चंद्रमा हमारी भावनाओं को बहुत नियंत्रण करता है और जब चंद्रमा को ग्रहण लग जाता है तो उसका हमारे ऊपर बहुत असर देखने को मिलता है और इस बार जो ग्रहण लग रहा है, वह 7 सितंबर रात्रि को लग रहा है। 7 सितंबर रात्रि को शाम को 6:00 बजे से लेकर 7:00 बजे तक पूरे इंडिया में चंद्रमा उदय हो जाएगा। ग्रहण का समय रात के 9:57 से ग्रहण शुरू होगा और मध्य रात्रि 1:26 तक यह ग्रहण रहेगा। पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में यह ग्रहण लग रहा है। कुंभ राशि में यह ग्रहण लगेगा और ग्रहण की अवधि है लगभग 3 घंटे 29। इसका सूतक जो है वह 12:57 से शुरू हो जाएगा, ग्रहण का और ग्रहण की का जो प्रभाव है 12 राशियों पर किस तरह से रहेगा। 

मेष राशि: मेष राशि के लिए यह ग्रहण लगेगा 11वें भाव में क्योंकि यह कुंभ राशि में ग्रहण लग रहा है। 11वां भाव आपके लिए उन्नति का भाव है। आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा का भाव है। आपकी इच्छाओं का भाव है, आपकी आय का भाव है। तो निश्चित तौर पर यहां से संबंधित चीजें आपको उसका पॉजिटिव असर देखने को मिलेगा। यह जो प्रभाव रहता है लगभग 45 दिन के आसपास का समय होता है, जब ग्रहण का प्रभाव आपके ऊपर रहता है। भले ही वह सूर्य ग्रहण है या या आपका चंद्र चंद्र ग्रहण है। 

वृषभ राशि: वृषभ राशि के लिए यह गोचर होगा 10वें भाव में। 10वें भाव में ऑलरेडी राहु का गोचर हो रहा है, यहां पर वृषभ राशि के जातकों के लिए तो निश्चित तौर पर राहु की दृष्टि छठे भाव में जा रही है। छठा रोग, ऋण, शत्रु का भाव होता है तो यहां पर आपको थोड़ा सा रोग से सावधान रहना पड़ेगा। अपना लाइफस्टाइल को इंप्रूव रखना पड़ेगा नहीं तो शारीरिक पीड़ा आपको हो सकती है। इस ग्रहण के प्रभाव के कारण अदरवाइज यदि काम के लिहाज से देखें तो काम के लिहाज से यह चीज़ अच्छी है। आपके लिए निश्चित तौर पर आपको आपको इसका फायदा होना चाहिए। 

मिथुन राशि: यह नौवें भाव में ग्रहण लग रहा है। नौवां भाव भाग्य स्थान होता है। भाग्य स्थान का ग्रहण के प्रभाव में जाना अच्छा नहीं है। नौवां जो होता है वो पंचम का पंचम होता है। यानी कि संतान जब हम देखते हैं पंचम से भी देखते हैं तो संतान से संबंधित चिंता आपको हो सकती है। मिथुन राशि के जातकों को थोड़ा सा सावधान रहना पड़ेगा संतान के पक्ष से। 

कर्क राशि: कर्क राशि से यह गोचर होगा अष्टम भाव में। अष्टम भाव आपकी सीक्रेसी, दुर्घटना, सडन लॉस का भाव होता है। आयु का भाव होता है तो यहां पर कर्क राशि के जातकों के लिए थोड़ा सा अपनी सीक्रेसी ध्यान रखनी पड़ेगी। जो लोग रिसर्च का काम करते हैं उनको भी हो सकता है, थोड़ी सी स्ट्रगल ज्यादा करनी पड़े। यहां पर कर्क राशि के जातकों के ऊपर इसका यह असर देखने को मिलेगा। 

सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण लगेगा सातवें भाव में। सातवां आपके पार्टनर, बिज़नेस पार्टनर का भी भाव है। तो, निश्चित तौर पर यहां पर आपके बिज़नेस पार्टनर के साथ भी विवाद हो सकता है। लाइफ पार्टनर के साथ भी विवाद हो सकता है। हो सकता है लाइफ पार्टनर को कोई न कोई हेल्थ इशू आ जाए। तो, थोड़ा सा सावधान रहना पड़ेगा इस ग्रहण के दौरान कि आपके पार्टनर की सेहत को लेकर परेशानी आपको उठानी पड़े। 

कन्या राशि: कन्या राशि के लिए यह ग्रहण लगेगा छठे भाव में। कन्या राशि के लिए यह होता है। रोग का भाव होता है, ऋण का भाव होता है, शत्रु का भाव होता है। यहां से संघर्ष देखा जाता है तो निश्चित तौर पर आपको किसी भी कंट्रोवर्सी में नहीं पड़ना। किसी की लीगल या फाइनेंसियल गारंटी मत लीजिए। खासतौर पर कन्या राशि के जातक क्योंकि यदि आप लीगल या फाइनेंसियल गारंटी लेते हैं, तो सामने वाला निकल जाएगा आप उसमें फंस जाएंगे। तो, यह जरूर ध्यान रखिएगा क्योंकि यहां पर ग्रहण की स्थिति है। यह आपके लिए अच्छा नहीं है। 

तुला राशि: तुला राशि के लिए यह पांचवें भाव में ग्रहण लगेगा। पांचवा अगेन संतान का भाव होता है। बुद्धि-विवेक का भाव होता है तो इसका मतलब यह है कि कोई भी आपने काम करना है। यदि आपकी लाइफ का कोई इंपॉर्टेंट डिसीजन है तो किसी दूसरे विश्वसनीय व्यक्ति की सलाह जरूर लें। क्योंकि जब बुद्धि-विवेक वाले भाव में ग्रहण लग रहा है। वहां पर राहु ऑलरेडी है। सूर्य-चंद्रमा ऑलरेडी यहां पर आ गए हैं, मन के कारक हैं। तो मेजर डिसीजन मेकिंग में आपसे गलती हो सकती है। तो किसी रिलायबल व्यक्ति की सलाह के साथ ही निर्णय कीजिएगा। अदरवाइज आपको दिक्कत हो सकती है। 

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण लग रहा है चौथे भाव में। चौथे का चंद्रमा का गोचर वैसे ही अच्छा नहीं होता। यहां पर राहु वैसे ही आ गए तो मदर की हेल्थ को लेकर समस्या हो सकती है। यदि आप कोई प्रॉपर्टी खरीदने जा रहे हैं, वहां पर हो सकता है कि कहीं न कहीं आपके साथ हेरा-फेरी हो जाए या फिर आपके आपको पूरे डॉक्यूमेंट्स वगैरह जरूर चेक कर लेने चाहिए इस विषय में। अदरवाइज दिक्कत हो सकती है। यहां पर थोड़ा सा ध्यान रखना चाहिए। 

धनु राशि: धनु राशि के लिए यह गोचर तीसरे भाव में होगा। तीसरे का गोचर चंद्रमा का अच्छा होता है। तो तीसरा वह आपको पराक्रम देगा। धन का लाभ देगा तो निश्चित तौर पर यहां पर आपको फायदा हो सकता है। धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर निश्चित तौर पर अच्छा है। 

मकर राशि: के लिए यह गोचर होगा दूसरे भाव में। दूसरे भाव में ग्रहण लगना दूसरा भाव धन का भाव होता है। कुटुंब का भाव होता है। तो यहां पर दूसरे भाव में ग्रहण लगना अच्छा नहीं है। धन की स्थिति के लिहाज से आपको धन की हानि हो सकती है किसी न किसी के कारण। पैसे किसी को देते वक्त, किसी को ट्रांसफर करते वक्त, कोई भी आपने पेमेंट करनी है तो थोड़ा सा जरूर सावधानी के साथ काम लेना पड़ेगा। 

कुंभ राशि: कुंभ राशि है वहां पर तो ग्रहण लग ही रहा है निश्चित तौर पर क्योंकि कुंभ राशि में ही ग्रहण लगेगा, आपके लिए अच्छा नहीं है। आपके पार्टनर के लिए भी अच्छा नहीं है। तो यह थोड़ी सी मानसिक परेशानी दे सकता है। आपके पार्टनर की हेल्थ को लेकर भी चिंता दे सकता है। 

मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण लगेगा 12वें भाव में। 12वां खर्चे का भाव है, विदेश का भाव है। यदि आपका काम विदेश से जुड़ा हुआ है, फॉरेक्स का काम कर रहे हैं। इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का काम कर रहे हैं। यदि आप विदेश की कोई फाइल लगाना चाहते हैं, इमीग्रेशन के लिए फाइल लगाना चाहते हैं, वीजा के लिए फाइल लगाना चाहते हैं, तो थोड़ा सा जांच परख लीजिएगा। पूरे डॉक्यूमेंट्स आपके साथ हो ताकि यह जो ग्रहण का प्रभाव है, उसके कारण आपके काम में विलंब ना हो। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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