Chaitanya Mahaprabhu jayanti 2020: ये है कलयुग में भगवान को प्रसन्न करने का एक मात्र महामंत्र

punjabkesari.in Monday, Mar 09, 2020 - 10:38 AM (IST)

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वैसे तो हर धार्मिक ग्रंथों में श्रीकृष्ण से संबंधित कई मंत्र दिए गए हैं, लेकिन उनमें से कुछ एेसे खास मंत्र है, जो अति प्रचलित है। इनकी खासियत यह है कि यह उच्चारण में बेहद सरल है। लेकिन इनका जाप से पूर्व 'ॐ श्री कृष्णाय शरणं मम' मंत्र का जाप करना बहुत अनिवार्य माना जाता है। मान्यता अनुसार इस के जाप न करने से व्यक्ति को किसी और मंत्र के उच्चारण करने के फल प्राप्त नहीं होता। इसके साथ ही एक ऐसे मंत्र के बारे आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जिनका जाप करने से व्यक्ति का हर दुख दूर हो जाएगा।
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मंत्र
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण-कृष्ण हरे हरे।। 
हरे राम हरे राम राम-राम हरे हरे।।

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कहते हैं कि इस मंत्र को निरंतर दोहराते रहना चाहिए। उक्त मंत्र को चलते-फिरते, उठते-बैठते और कहीं भी किसी भी क्षण में दोहरा सकते हैं, इससे श्रीकृष्ण से जुड़ाव बना रहता है। इस तरह से कृष्ण का निरंतर ध्यान करने से व्यक्ति कृष्ण धारा से जुड़कर मोक्ष प्राप्ति का मार्ग पुष्ट कर लेता है।
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इस मंत्र के महत्व को समझते हुए जो व्यक्ति अन्य की ओर अपना मन नहीं लगाता वह कृष्ण की शरण में होता है, अर्थात जो कृष्ण की शरण में है उसे किसी भी प्रकार से रोग और शोक सता नहीं सकते।
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वहीं श्री चैतन्य महाप्रभु के अनुसार मनुष्य को चाहिए कि वह अपने जीवन का अधिक से अधिक समय भगवान के सुमधुर नामों के संकीर्तन में लगाए। यही अंत:करण की शुद्धि का सर्वोत्तम उपाय है। कीर्तन करते समय वह प्रेम में इतना मग्न हो जाए कि उसके नेत्रों में प्रेमाश्रुओं की धारा बहने लगे, उसकी वाणी गद्गद् हो जाए और शरीर पुलकित हो जाए। भगवन्नाम के उच्चारण में देश काल का कोई बंधन नहीं है। भगवान ने अपनी सारी शक्ति और अपना सारा माधुर्य अपने नामों में भर दिया है। यद्यपि भगवान के सभी नाम मधुर और कल्याणकारी हैं, परंतु यह महामंत्र सबसे अधिक मधुर और भगवत्प्रेम को बढ़ाने वाला है।


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