Buddha Purnima 2024: भगवान बुद्ध की जयंती पर कालचक्र बौद्ध मंदिर रिकांगपिओ में धूम
punjabkesari.in Friday, May 24, 2024 - 06:53 AM (IST)
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रिकांगपिओ (रिपन): महाबोधि सोसायटी किन्नौर द्वारा वीरवार को भगवान बुद्ध की जयंती कालचक्र बौद्ध मंदिर रिकांगपिओ में धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर डी.सी. किन्नौर अमित कुमार शर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित हुए तथा उन्होंने सभी को बुद्ध जयंती की बधाई देते हुए भगवान बुद्ध की मौलिक शिक्षाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए वर्तमान समय में भगवान बुद्ध की शिक्षाओं के और अधिक प्रचार-प्रसार पर बल दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि किन्नौर की संस्कृति धरोहर अलग है तथा अपनी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने युवा पीढ़ी से भी अपनी संस्कृति को इसी तरह संजोए रखने की अपील की।
महाबोधि सोसायटी किन्नौर के कार्यकारी अध्यक्ष भगत सिंह किन्नर ने कहा कि आज कालचक्र बौद्ध मंदिर रिकांगपिओ में भगवान बुद्ध की जयंती धूमधाम से मनाई गई। उन्होंने कहा कि आज के दिन ही भगवान बुद्ध का जन्म, बुद्धत्व की प्राप्ति व निर्वहन हुआ था। इसी कारण बौद्ध धर्म में बुद्ध पूर्णिमा का बहुत महत्व है।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 1992 में कालचक्र के दौरान दलाईलामा जब बौद्ध मंदिर (रिकांगपिओ) में आए थे तो उस समय इस मंदिर का अभिषेक किया था तब से हर वर्ष यहां बुद्ध पूर्णिमा के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। वहीं इस अवसर पर बौद्ध सभा रारंग तथा मूरंग द्वारा पारम्परिक छम (मुखोटा) व सिंह नृत्य तथा महिला मंडलों द्वारा किन्नौरी नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर काछेन लोबजंग गुदेन व सोसायटी के महासचिव डनडूप ज्ञाछो मौजूद रहे।
वहीं दूसरी तरफ छोसखोरलिग बौद्ध सेवा संघ किन्नौर द्वारा भी जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में भगवान बुद्ध की झांकी निकाली तथा इस झांकी में बौद्ध भिक्षुओं सहित महिलाओं व बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इस झांकी का नेतृत्व परम पूज्य ज्ञाबुग टुल्कु रिन्पोछे ने किया। इस अवसर पर तथागत गौतम बुद्ध के वचनों की पोथियों और बुद्ध की झांकी का रिकांगपिओ स्थित संघ के प्रांगण से लेकर मुख्य बाजार तक प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर रिन्पोछे जी ने रिकांगपिओ के चौक पर स्थित तथागत बुद्ध की मूर्ति और बुद्ध मंत्रों से सुसज्जित दुड़गुर का विधिवत अधिष्ठान किया।