Bihar panchami 2025: इस दिन मनाया जा रहा है वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी जी का प्राकट्य उत्सव
punjabkesari.in Tuesday, Oct 28, 2025 - 02:29 PM (IST)
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Bihar panchami 2025: हिन्दू पंचांग के अनुसार श्री बांके बिहारी जी महाराज का प्राकट्य दिवस मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बिहार पंचमी के रुप में मनाया जाता है। रसिक स्वामी हरिदास जी ने वृंदावन में स्थित निधिवन में गहन संगीत साधना की थी। भगवान श्री कृष्ण ने अपनी प्राण प्रिया राधारानी के संग उन्हें दर्शन दिए थे। बांके बिहारी जी महाराज का प्राकट्य उसी समय हुआ। बांके नाम का अर्थ है तीनों लोकों में झुके हुए और बिहारी का अर्थ है वृंदावन में आनंदित रहने वाले। बिहारी जी प्रेम-लीला और भक्ति के प्रतीक हैं।

श्री बांके बिहारी मंदिर के सेवाधिकारी राजू गोस्वामी ने पंजाब केसरी के संवादाता विक्की शर्मा को बताया बिहार पंचमी का पर्व न केवल धार्मिक आयोजन है बल्कि भक्ति-भावना, भजन-कीर्तन, प्रेम-लीला और भक्त-उत्साह का एक समागम है। 25 नवंबर 2025 को बिहार पंचमी महोत्सव मनाया जाएगा। बिहार पंचमी के दिन वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर और बिहारी जी की प्रकट स्थली निधिवन में भव्य आयोजन होगा। भक्तों के लिए यह दिन बिहारी जी की कृपा प्राप्ति, भक्ति में लीन होने और आत्म-साक्षात्कार की दिशा में प्रेरणा का अवसर है।

इस दिन भक्तों का ‘प्रकट्य दिवस’ के रूप में विश्वास होता है कि भगवान स्वयं भक्तों के बीच आ गए। भक्ति के माध्यम से मोक्ष-साधना, प्रेम-लीला में समर्पण और आत्म-उत्थान की दिशा मिलती है। सामाजिक रूप से यह उत्सव लोगों को एकत्र करता है। भजन-कीर्तन, मिलन-समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से। मानव-मनोदशा में आध्यात्मिक उछाल आता है। जहां जीवन को भक्ति-प्रेरणा से देखा जाता है।

