Bageshwar Baba Sanatan Padyatra: मथुरा–वृंदावन में आस्था का महाकुंभ, धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा बनी चर्चा का केंद्र

punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 08:00 AM (IST)

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Bageshwar Baba Sanatan Padyatra: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा अब लगभग अपने अंतिम मुकाम पर पहुंच चुकी है। दिल्ली से आरंभ हुई यह विशाल यात्रा रविवार को मथुरा–वृंदावन में एक भव्य समारोह के साथ समाप्त होगी। अंतिम दिन लगभग दो लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है, जिनमें कई राजनीतिक और फिल्म जगत की हस्तियां भी शामिल हो सकती हैं।

9 दिनों की यात्रा, अब आखिरी दिन का इंतज़ार
यह यात्रा 7 नवंबर को दिल्ली से प्रारंभ हुई थी। नौ दिनों के कठिन और सफल सफर के बाद, 16 नवंबर को यह पदयात्रा अंतिम चरण में प्रवेश कर जाएगी। समापन से पहले अंतिम दिवस का मार्ग छटीकरा के चार धाम से शुरू होकर वृंदावन स्थित प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर तक जाएगा, जहां यात्रा पूर्ण मानी जाएगी।

राजनीति और फिल्म जगत का रहेगा खास आकर्षण
समापन कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री के शामिल होने की संभावना है। श्रद्धालुओं को उत्साह देने के लिए अभिनेता संजय दत्त भी उपस्थित हो सकते हैं। इसके अलावा बॉलीवुड से राजपाल यादव, तथा संगीत जगत से बी प्राक और जुबिन नौटियाल सहित कई कलाकारों की उपस्थिति की भी चर्चा है।

विभिन्न संत-महामंडलेश्वरों की गरिमामयी मौजूदगी
यह महाआयोजन संतों के लिए भी विशेष अवसर होगा। यात्रा के अंतिम दिन अनेक पूजनीय संत और महामंडलेश्वर जैसे जगद्गुरु रामभद्राचार्य, देवकीनंदन महाराज, इंद्रेश महाराज, चिदानंद मुनि, तुलसी पीठाधीश्वर, ज्ञानानंद महाराज और ऋतंभरा दीदी मां अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे और श्रद्धालुओं को आशीर्वचन देंगे।

सुरक्षा और व्यवस्थाओं की सुदृढ़ तैयारी
भारी भीड़ को देखते हुए चारधाम मैदान में लगभग 40×30 आकार का मुख्य मंच और विशाल पांडाल तैयार किया गया है। करीब 80,000 वर्गमीटर क्षेत्र में बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है। पुलिस, पीएसी और हजारों सेवादार चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे। प्रसाद वितरण हेतु सड़क के दूसरी तरफ दो बड़े भंडार स्थल बनाए गए हैं, जिनमें से प्रत्येक लगभग 6,000 वर्गमीटर में फैला है।

बांके बिहारी जी के दर्शन के साथ यात्रा का समापन
समारोह के बाद श्रद्धालु पदयात्रा के रूप में बांके बिहारी मंदिर जाकर दर्शन करेंगे। भीड़ और यातायात नियंत्रण को सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष निर्देश जारी किए हैं, जिनमें रास्तों के डाइवर्जन और निर्धारित पार्किंग स्थलों की जानकारी दी गई है। इस पूरी पदयात्रा का उद्देश्य हिंदू समाज में एकता को बढ़ावा देना, समाज को जागरूक करना और जाति से ऊपर उठकर राष्ट्रहित पर ध्यान केंद्रित करने की प्रेरणा देना है।


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Content Editor

Prachi Sharma