Baba Sodal Mela Jalandhar: सोढल मंदिर नहीं जा सकते तो घर पर इस विधि से करें बाबा जी की पूजा, पूरा होगा हर सपना
punjabkesari.in Friday, Sep 05, 2025 - 01:23 PM (IST)

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Sidh Shri Baba Sodal Mela 6 Sept 2025 Jalandhar Punjab: सोढल मंदिर नहीं जा सकते तो आप घर पर भी बाबा सोडल की पूजा कर सकते हैं। इस पूजा से बाबा सोडल जी की कृपा बनी रहती है, घर में शांति आती है, बच्चों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है, व्यापार और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। संतान सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। श्रद्धा और सच्चे भाव से फॉलो करें ये पूजा विधि
Baba Sodal puja method बाबा सोढल पूजा विधि
स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थान को साफ करें और वहां एक लाल या पीला कपड़ा बिछाएं। बाबा सोडल की तस्वीर/प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं। दूध, मिठाई और फल अर्पित करें। बाबा सोडल महाराज की जय का जयकारा लगाएं। घर या मंदिर में परिवार सहित आरती करें। पूजा के बाद प्रसाद सभी में बांटें।
Baba Sodal Puja Material बाबा सोढल पूजा सामग्री
दूध का गिलास, खीर, लड्डू या अन्य मिठाई, ताजे फूल (विशेषकर गेंदे या गुलाब), अगरबत्ती, घी/तेल का दीपक, रोली, चावल, कपूर और स्वच्छ जल से भरा हुआ कलश।
Baba sodal puja procedure बाबा सोढल पूजा प्रक्रिया
सबसे पहले दीपक और अगरबत्ती जलाएं। बाबा सोढल जी की तस्वीर पर ताजे फूल अर्पित करें। चावल और रोली से तिलक करें। बाबा जी को दूध और मिठाई का भोग लगाएं। "बाबा सोढल महाराज की जय" का कम से कम 11 बार उच्चारण करें। अपनी मनोकामना स्पष्ट भाव से बाबा जी को कहें। अंत में कपूर से आरती करें और परिवार सहित प्रसाद ग्रहण करें।
Keep these things in mind before worshiping Baba sodal बाबा सोढल की पूजा से पहले ध्यान रखें ये बातें
पूजा में दूध अवश्य अर्पित करना चाहिए, इसे बाबा सोढल का प्रिय भोग माना जाता है।
पूजा पूरी होने के बाद प्रसाद को बच्चों और परिवार में बांटना शुभ माना जाता है।
History and Legend of Baba Sodal बाबा सोडल का इतिहास और कथा
बाबा सोडल का जन्म जालंधर शहर के परिवार में हुआ था। मान्यता है कि बाल्यावस्था में ही उनके अंदर दिव्य शक्तियां थी। एक दिन वे तालाब में नहाने गए और माता के कहने पर उन्होंने खेल-खेल में ही जल में प्रवेश कर लिया और वहीं से अदृश्य हो गए। इसके बाद से उन्हें देव रूप माना गया और उनकी स्मृति में तालाब और मंदिर का निर्माण हुआ। भक्त मानते हैं कि बाबा सोडल अपनी कृपा से बच्चों और परिवार को सुख, समृद्धि और रोग-मुक्त जीवन प्रदान करते हैं।