Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर पर फहरेगा धर्म ध्वज, 25 नवंबर को क्या-क्या होगा खास— यहां पढ़ें पूरा कार्यक्रम
punjabkesari.in Wednesday, Nov 19, 2025 - 07:50 AM (IST)
Ayodhya Ram Temple: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के शिखर पर 25 नवंबर को होने वाला ध्वजारोहण कार्यक्रम एक ऐतिहासिक और अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। यह दिन भगवान राम के विवाह के पारंपरिक पवित्र दिन विवाह पंचमी के रूप में भी मनाया जाता है। यह समारोह मंदिर निर्माण कार्य की पूर्णता की घोषणा का प्रतीक है और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
Auspicious time for flag hoisting ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त
ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त- सुबह 11:58 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
ध्वज फहराने का श्रेष्ठ 30 मिनट का मुहूर्त- दोपहर 12:00 बजे से 12:30 बजे तक
PM Modi program schedule पी.एम मोदी के कार्यक्रम का शेड्यूल
सुबह 11:30 बजे(आगमन)- प्रधानमंत्री का अयोध्या आगमन।
11:30 - 11:58 बजे सप्त ऋषि मंदिर में पूजा: प्रधानमंत्री का दौरा सप्त ऋषि मंदिर से शुरू होगा, जहां वे सप्त ऋषियों की प्रार्थना और विशेष वैदिक पूजा में शामिल होंगे। इसके बाद वे शेषावतार मंदिर में भगवान लक्ष्मण जी के सम्मुख भी आराधना कर सकते हैं।
11:58 - 1:00 बजे राम मंदिर शिखर पर ध्वजारोहण: निर्धारित शुभ मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के मुख्य शिखर पर धर्म ध्वज फहराएंगे।
1:00 बजे के बाद जन संबोधन: ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री मोदी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और देश को संबोधित करेंगे, जिसमें मंदिर निर्माण कार्य पूरा होने की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
दोपहर 2:00 बजे (प्रस्थान)
मुख्य कार्यक्रम और तैयारियां
पूर्णाहुति अनुष्ठान: 20 नवंबर से पूजन की शुरुआत हो जाएगी, जिसमें सरयू जल से कलश यात्रा और नित्य पूजन शामिल है। 25 नवंबर को पूर्णाहुति होगी, जिसके दौरान यज्ञशाला में वैदिक मंत्रों के साथ हवन-अनुष्ठान होगा।
अतिथिगण: इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहेंगे। अयोध्या और आसपास के जिलों से लगभग 6,000 से 7,000 चुनिंदा मेहमानों को आमंत्रित किया गया है।
अन्य देवालयों में ध्वजारोहण: मंदिर के परकोटे में स्थित छह सहायक मंदिरों (हनुमान मंदिर, गणेश मंदिर, माता अन्नपूर्णा मंदिर, मां दुर्गा मंदिर, शिव परिवार मंदिर और सूर्य देव का मंदिर) में भी विशेष पूजन और ध्वजारोहण होगा।
सुरक्षा व्यवस्था: प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए सुरक्षा के अत्यंत कड़े प्रबंध किए गए हैं। एयरपोर्ट से राम मंदिर तक 8 किलोमीटर लंबे मार्ग पर विशेष बैरिकेडिंग की गई है, और एसपीजी तथा स्थानीय सुरक्षा एजेंसियां लगातार निगरानी कर रही हैं।
भक्तों के लिए दर्शन: ध्वजारोहण कार्यक्रम के कारण, 24 और 25 नवंबर को आम भक्तों के लिए रामलला के दर्शन बंद रहेंगे। श्रद्धालु 26 नवंबर से दोबारा अपने निर्धारित समय पर दर्शन कर सकेंगे।
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