Aja Ekadashi: पापों से मुक्ति का द्वार खोलती है अजा एकादशी जानें, डेट और महत्व
punjabkesari.in Saturday, Aug 09, 2025 - 03:50 PM (IST)

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Aja Ekadashi 2025: सनातन धर्म में हर एक एकादशी का अपना विशेष महत्व है। एक माह में दो बार एकादशी आती है, एक कृष्ण पक्ष की एकादशी और दूसरी शुक्ल पक्ष की एकादशी। इस तरह साल में कुल 24 एकादशी मनाई जाती हैं। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल अजा एकादशी का व्रत 19 अगस्त को रखा जाएगा। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा, उपवास के बहुत शुभ और पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ श्री हरि की पूजा करने और व्रत रखने से व्यक्ति के सारे पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं अजा एकादशी के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में-
Aja Ekadashi 2025 Shubh Muhurat अजा एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 18 अगस्त को शाम 05 बजकर 22 मिनट से होगी और इसका समापन अगले दिन यानी 19 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 32 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, अजा एकादशी 19 अगस्त को रखा जाएगा।
Importance of Aja Ekadashi अजा एकादशी व्रत का महत्व
अजा एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। मान्यता है कि इस दिन व्यक्ति अगर श्रद्धा और नियमपूर्वक व्रत करता है, व्रत कथा सुनता है और भगवान विष्णु का पूजन करता है, तो उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। साथ ही उसे अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य फल मिलता है।