भगवान कहां रहते हैं?

punjabkesari.in Tuesday, Aug 04, 2015 - 03:53 PM (IST)

गीता में भगवान कृष्ण ने अर्जुन से कहा कि लोग जिस तरह से भी मुझे याद करते हैं, मैं भी उन्हें उसी तरह से याद करता हूं क्योंकि सभी इंसान हर तरह से मेरे दिखाए रास्ते पर ही चलते हैं।

भक्त किसी देवी-देवता के रूप में भगवान को याद करते हैं। कोई अपने गुरु में भगवान देखकर उनकी पूजा करता है तो अलग-अलग धर्म को मानने वाले अलग-अलग नाम से अपने इष्ट को पूजते हैं। वैसे, धर्म कोई भी हो, परमात्मा तो एक ही हैं और भक्त जिस भाव से उनको याद करता है, भगवान को भी वैसा ही अनुभव होने लगता है।

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भगवान का अपना कोई रूप नहीं है, बल्कि वह सभी रूपों में सबके भीतर मौजूद हैं। भगवान मंदिरों की मूर्त तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सभी जगह हर रूप में बसे हैं। परमात्मा दुनिया की हर चीज में फैले हैं। सृष्टि में ऐसा कुछ भी नहीं जिसमें भगवान न हो। 

इसलिए आप सृष्टि में जो चाहेंगे, उसमें भगवान हैं। ऐसे में जाने-अनजाने इंसान भगवान का अनुसरण करता ही रहता है। इसलिए जो उनको सच्चे दिल से याद करते हैं, वे मोक्ष पाकर हमेशा के लिए उनके पास चले जाते हैं।  


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