2009 के बाद इस साल रहेगी सबसे बड़ी मंदी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2016 - 03:33 PM (IST)

जिनेवा: विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू.टी.ओ.) ने आज कहा कि इस साल वैश्विक व्यापार तथा सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) की विकास दर आर्थिक संकट वाले वर्ष 2009 के बाद सबसे कम रहेगी। संगठन ने इस साल वैश्विक व्यापार की अनुमानित विकास दर में संशोधन कर उसे 1.7 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले अप्रैल में उसने इसके 2.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। उसने वर्ष 2017 का अनुमान भी अप्रैल के 3.6 प्रतिशत से घटाकर 1.8 से 3.1 प्रतिशत के बीच कर दिया है।  डब्ल्यू.टी.ओ.ने आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस साल वैश्विक जीडीपी विकास दर 2.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह भी 2009 के बाद सबसे कम है।  

विज्ञप्ति में कहा गया है कि पहली तिमाही में (तिमाही दर तिमाही आधार पर) वस्तु व्यापार में अपेक्षा से कहीं तेज गिरावट तथा दूसरी तिमाही में अपेक्षा से कम सुधार के मद्देनजर अनुमान घटाया गया है। पहली तिमाही में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार 1.1 प्रतिशत घट गया जबकि दूसरी तिमाही में इसमें महज 0.3 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई।  

उसने बताया कि चीन तथा ब्राजील जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं तथा उत्तरी अमरीका में जीडीपी तथा व्यापार की रफ्तार सुस्त पड़ने से वैश्विक व्यापार में संकुचन आया है।  डब्ल्यू.टी.ओ. के महानिदेशक रॉबर्टो एजेवीडो ने कहा कि व्यापार में अचानक आई बड़ी तेजी गंभीर चिंता का विषय है तथा इसे चेतावनी के तौर पर देखा जाना चाहिए। वैश्विकरण विरोधी भावनाओं के बढऩे के संदर्भ में यह विशेष रूप से चिंताजनक है। हमें ज्यादा समावेशी व्यापार प्रणाली बनानी चाहिए जो गरीब देशों को इसमें भागीदार बनने तथा इसका लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करे। यदि इस साल के ताजा अनुमान सही साबित होते हैं तो पिछले 15 साल में यह पहली बार होगा जब वैश्विक व्यापार विकास तथा जीडीपी विकास की दरों का अनुपात एक अनुपात एक से कम होगा।


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