विस्ट्रॉन ने अपने इंडियन ऑपरेशन के वाइस प्रेसिडेंट को हटाया, कर्मचारियों से मांगी माफी

punjabkesari.in Saturday, Dec 19, 2020 - 10:17 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन ने कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट विंसेंट ली को नौकरी से निकाल दिया है। उनकी जिम्मेदारी भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग के बिजनेस को देखने की थी। यह कदम पिछले दिनों कर्नाटक के कोलार में कंपनी के एक प्लांट में तोड़फोड़ के बाद उठाया है। विस्ट्रॉन ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि कर्मचारियों ने ये कदम उनके पूरे पैसे ना मिलने और काम की खराब स्थिति की वजह से उठाया था। कंपनी ने अपने बयान में सभी कर्मचारीयों से माफी भी मांगी है।

8 के बजाय 12 घंटे काम लिया जाता
विस्ट्रॉन कॉर्प ने 12 दिसंबर को ताइवान स्टॉक एक्सचेंज को कोलार जिले के नरसापुरा के अपने आईफोन विनिर्माण संयंत्र में हिंसा की जानकारी दी थी। कर्मचारियों ने शिकायत की थी कि उन्हें सही तरीके से वेतन नहीं दिया जाता है। यह भी शिकायत थी कि महिलाओं को नियुक्त किया जाता है, लेकिन उनके लिए उचित व्यवस्था नहीं है। उनसे 8 के बजाय 12 घंटे काम लिया जाता है। कंपनी की तरफ से उनकी तमाम शिकायतों को अनसुना किया जाता रहा और एक दिन कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। बता दें कि विस्ट्रॉन की पांच-छह कंपनियों के साथ आउटसोर्सिंग व्यवस्था है जिसके तहत कुल 8,490 ठेका श्रमिक हैं। इसके अलावा स्थायी कर्मचारियों की संख्या 1,343 है।

PunjabKesariघटना के वक्त, लगभग 2,000 कर्मचारियों में से अधिकांश अपनी नाइट-शिफ्ट पूरी करने के बाद कंपनी से बाहर निकल रहे थे, तभी वे उग्र हो गए और फर्नीचर, असेंबली इकाइयों को क्षति पहुंचाने पर उतारू हो गए और वाहनों में भी आग लगाने का प्रयास किया। आगजनी के दौरान कुछ साथी कर्मचारियों ने घटना का वीडियो शूट कर लिया, जिसमें भीड़ को दरवाजों और शीशों को तोड़ते, कारों को उल्टा करते और वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालयों को निशाना बनाते हुए देखा गया।

कंपनी को हुआ करीब 437 करोड़ का नुकसान
ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन ने कहा है कि कर्नाटक के कोलार जिले में स्थित उसके संयंत्र में कुछ कर्मचारियों द्वारा बकाया वेतन के मुद्दे पर की गई हिंसा के चलते उसे 437 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। कंपनी के कार्यकारी टी डी प्रशांत ने वेमगल पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा था कि 412.4 करोड़ रुपए मूल्य के कार्यालय उपकरण, मोबाइल फोन, विनिर्माण मशीनरी और संबंधित उपकरण नष्ट हो गए। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि करीब 10 करोड़ रुपए के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है, करीब 60 लाख रुपए की कार क्षतिग्रस्त हुई हैं और 1.5 करोड़ रुपए का सामान चोरी हुआ है या खो गया है।
 


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jyoti choudhary

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