NCR में बिना बिके मकानों की संख्या में कमी, लटकी परियोजनाएं भी चिंता का विषय
punjabkesari.in Tuesday, Jan 15, 2019 - 04:11 PM (IST)
नई दिल्लीः ब्रिकी में सुधार से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बिना बिके मकानों की संख्या में 2018 में 9 प्रतिशत तक कमी आई है। हालांकि, अटकी पड़ी आवासीय परियोजनाएं अभी भी चिंता का विषय बनी हुयी हैं। संपत्ति से संबंधित परामर्श देने वाली फर्म एनारॉक ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही। एनारॉक ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मकानों की बिक्री 2018 में 18 प्रतिशत बढ़कर 44,300 इकाई पर पहुंच गयी। 2017 में बिक्री 37,610 इकाई रही थी।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान नये मकानों की आर्पूति भी 17 प्रतिशत बढ़कर 2017 में 22,180 इकाई से पिछले साल 26,010 इकाई हो गयी। वहीं, बिना बिके मकानों की संख्या 9 प्रतिशत गिरकर 1,86,714 इकाई पर रह गयी, जो कि 2017 में 2,05,000 पर थी। एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, एनसीआर में आवास बिक्री 2018 में 18 प्रतिशत बढ़ी। बिक्री में वृद्धि के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लटकी और देरी से चल रही परियोजनाओं को लेकर ङ्क्षचता बढ़ी है। सात प्रमुख शहरों में मकान बिक्री 2018 के दौरान 18 प्रतिशत बढ़कर 2,48,310 इकाई पर पहुंच गयी। 2017 में 2,11,130 इकाइयों पर थी।
एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र, बेंगलुरु और पुणे की कुल मिलाकर इस बिक्री में 82 प्रतिशत हिस्सेदारी रही जबकि अन्य भागीदारी हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता की तरह से रही। एनारॉक ने कहा कि शीर्ष सात शहरों में 2017 के मुकाबले मकान बिक्री 18 प्रतिशत और नये मकानों की आर्पूति 33 प्रतिशत बढ़ी। बिना बिके मकानों की संख्या 7,26,218 इकाइयों से सात प्रतिशत गिरकर 6,73,208 इकाई रह गई।