Air India प्लेन क्रैश के बाद एक्शन में Tata Group, चेयरमैन चंद्रशेखरन ने खुद संभाली कमान
punjabkesari.in Wednesday, Jun 25, 2025 - 12:42 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः अहमदाबाद एयरपोर्ट पर 12 जून को एयर इंडिया के विमान हादसे के बाद टाटा ग्रुप की स्वामित्व वाली यह एयरलाइन अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है। हादसे में 241 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें 12 क्रू सदस्य भी शामिल थे। इस हादसे ने न सिर्फ विमानन उद्योग को हिला दिया, बल्कि एयर इंडिया की संचालन और सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए।
इस चुनौतीपूर्ण समय में टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने खुद एयर इंडिया के दैनिक संचालन की कमान संभाल ली है। वह अब सुरक्षा समीक्षा, सरकारी संपर्क, फ्लाइट मेंटेनेंस और कर्मचारियों के हितों पर सीधे नजर बनाए हुए हैं।
इतिहास दोहराया गया
टाटा ग्रुप की यह परंपरा रही है कि जब भी समूह किसी बड़े संकट से गुजरता है, चेयरमैन खुद आगे आते हैं।
- 1989 में टाटा स्टील में आग लगने पर जे.आर.डी. टाटा ने खुद हालात को संभाला था।
- 26/11 के ताज हमले और टाटा फाइनेंस घोटाले में रतन टाटा ने नेतृत्व किया।
- TCS के संकटों के समय भी एन. चंद्रशेखरन ने बेहतरीन निर्णय लिए।
CEO भी कर रहे हैं मिलकर काम
रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन, अब सीधे एन. चंद्रशेखरन के साथ मिलकर रेगुलेटरी और रणनीतिक मामलों पर काम कर रहे हैं। समूह के अधिकारियों का मानना है कि मौजूदा हालात में एयर इंडिया को एक तेज और निर्णायक नेतृत्व की जरूरत है, जो सिर्फ चेयरमैन चंद्रशेखरन ही दे सकते हैं।
भरोसे की बहाली सबसे बड़ी प्राथमिकता
गंभीर हादसे के बाद कंपनी को सबसे बड़ी चुनौती लोगों के भरोसे को फिर से जीतने की है। अधिकारियों का कहना है कि एयर इंडिया के लिए यह समय ब्रांड की साख और विश्वास की बहाली का है, जिसमें चेयरमैन का सीधा दखल बेहद जरूरी है।
मुआवजा और राहत
एयर इंडिया ने हादसे में जान गंवाने वाले हर यात्री के परिवार को ₹1 करोड़ मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही सुरक्षा प्रक्रियाओं की पुनर्समीक्षा और पुनर्गठन पर भी काम शुरू हो चुका है।