SpiceJet बेड़े में 10 एयरक्राफ्ट जोड़ेगा, पहला विमान इस तारीख को होगा शामिल

punjabkesari.in Tuesday, Oct 08, 2024 - 03:05 PM (IST)

नई दिल्लीः घरेलू एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट अगले महीने तक अपने बेड़े में 10 और एयरक्राफ्ट (विमान) को शामिल करेगा। पहला विमान 10 अक्टूबर को शामिल किया जाएगा। स्पाइसजेट ने एक विज्ञप्ति में जानकारी देते हुआ कहा कि इनमें से सात विमान पट्टे पर लिए जाएंगे, जबकि पहले से बंद तीन विमानों को फिर से शामिल किया जा रहा है। लाइव एयरक्राफ्ट फ्लीट ट्रैकिंग वेबसाइट प्लेनस्पॉटर के मुताबिक, गुरुग्राम मुख्यालय वाली इस एयरलाइन के पास सिर्फ 19 विमान ऑपरेशन में हैं, जबकि 8 अक्टूबर तक 36 विमान जमीन पर थे।

3,000 करोड़ रुपए की नई पूंजी मिलने के बाद फैसला

यह घोषणा स्पाइसजेट द्वारा पिछले महीने क्यूआईपी के जरिये 3,000 करोड़ रुपए की नई पूंजी हासिल करने के बाद की गई है। एयरलाइन को पिछले फंडिंग राउंड से अतिरिक्त 736 करोड़ रुपए हासिल होंगे, जिससे इसकी वित्तीय स्थिरता और विकास की गति को और मजबूती मिलेगी। स्पाइसजेट ने कहा कि उसने पट्टे पर दिए गए विमानों के लिए पहले ही समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं और 15 नवंबर तक सभी सात विमानों के पूरी तरह से शामिल होने की उम्मीद है।

ग्राउंडेड विमानों को भी चालू करेगी कंपनी

दो पट्टे पर दिए गए विमान पहले ही भारत आ चुके हैं और उन्हें तुरंत शामिल किए जाने की योजना है, एयरलाइन ने कहा कि वह अपने ग्राउंडेड विमानों को भी अलग-अलग फेज में चालू करेगी, जिनमें से पहले 3 नवंबर के आखिर से पहले सेवा में फिर से शामिल हो जाएंगे। स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि इन 10 विमानों का जुड़ना महत्वपूर्ण है क्योंकि हम अपनी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करते हुए हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करना जारी रखेंगे।

लंबित वेतन और जीएसटी बकाया का भुगतान किया

संकटग्रस्त स्पाइसजेट ने सभी लंबित वेतन और जीएसटी बकाया का भुगतान कर दिया है। उसने भविष्य निधि (पीएफ) का 10 महीने का बकाया भी जमा कर दिया है। एयरलाइन ने नए कोष जुटाने के पहले सप्ताह के भीतर, कंपनी ने सभी लंबित वेतन और जीएसटी बकाया का भुगतान कर दिया है और पीएफ के 10 महीने के बकाया जमा करके महत्वपूर्ण प्रगति की है। अन्य बकाया राशि के भुगतान की प्रक्रिया जारी है। स्पाइसजेट को वित्तीय समस्याओं और कानूनी परेशानियों सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी के बेड़े में विमानों की संख्या भी कम हो गई है।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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