Big Change: बोर्ड मीटिंग से पहले टाटा ग्रुप को झटका! हुआ बड़ा बदलाव
punjabkesari.in Friday, Sep 12, 2025 - 11:17 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस में एक अहम बदलाव हुआ है। टाटा ट्रस्ट्स के वाइस चेयरमैन और पूर्व रक्षा सचिव विजय सिंह (77 वर्ष) ने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। खास बात यह है कि यह कदम उन्होंने बोर्ड की अहम बैठक से ठीक एक दिन पहले उठाया, जिसमें आरबीआई द्वारा तय आईपीओ की समयसीमा पर चर्चा होनी थी।
बोर्ड और उम्र का नियम
टाटा ट्रस्ट्स के प्रमुख ट्रस्ट — सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट — मिलकर टाटा संस में लगभग 52% हिस्सेदारी रखते हैं। पिछले साल अक्टूबर में टाटा ट्रस्ट्स ने एक नया नियम बनाया था, जिसके तहत 75 वर्ष से अधिक उम्र वाले सदस्यों की हर साल समीक्षा की जाएगी। गुरुवार को हुई बोर्ड मीटिंग में इस नियम पर चर्चा हुई और अधिकतर ट्रस्टी युवा सदस्यों को शामिल करने के पक्ष में दिखे।
विजय सिंह पहले भी 2013 से 2018 तक टाटा संस बोर्ड में रह चुके हैं। उम्र सीमा पार करने के बाद उन्हें हटना पड़ा था लेकिन 2022 में वे दोबारा लौटे क्योंकि उस समय रतन टाटा ने सदस्यों के लिए कोई तय रिटायरमेंट एज नहीं रखा था।
अन्य इस्तीफे और नए अवसर
विजय सिंह के साथ ही दो और सदस्य — जेएलआर के पूर्व सीईओ राल्फ स्पेथ और पिरामल एंटरप्राइजेज के अजय पिरामल — का कार्यकाल भी खत्म हो गया है। इन इस्तीफों के बाद टाटा संस के बोर्ड में अब 6 सदस्य रह गए हैं। कंपनी के नियमों के मुताबिक, टाटा ट्रस्ट्स बोर्ड के एक-तिहाई सदस्यों को नामित कर सकता है। फिलहाल यह आवश्यकता नोएल टाटा (69) और वेणु श्रीनिवासन (72) के जरिए पूरी हो रही है।
सबसे बड़ा IPO सामने
ये बदलाव ऐसे समय में हुए हैं जब टाटा कैपिटल अपने 1.9 अरब डॉलर (करीब ₹16,000 करोड़) के आईपीओ की तैयारी कर रही है। यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। टाटा कैपिटल ने आरबीआई से थोड़ी और मोहलत मांगी है, जबकि टाटा संस खुद कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी का लाइसेंस सरेंडर करना चाहती है ताकि उसे आईपीओ लाने की जरूरत न पड़े।