शिव नाडर फिर बने देश के सबसे बड़े परोपकारी, साल में दान किए 2,708 करोड़
punjabkesari.in Friday, Nov 07, 2025 - 12:55 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः भारत की 191 अमीर हस्तियों ने पिछले साल कुल 10,380 करोड़ रुपए दान किए हैं। एडलगिव-हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2025 के मुताबिक, HCL टेक्नोलॉजीज के संस्थापक शिव नाडर एक बार फिर देश के सबसे बड़े परोपकारी बने हैं। उन्होंने पिछले एक साल में कुल 2,708 करोड़ रुपए दान किए यानी औसतन रोज़ 7.4 करोड़ रुपए। रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी इस सूची में दूसरे और बजाज समूह तीसरे स्थान पर रहा, जबकि गौतम अडानी पांचवें नंबर पर रहे।
महिलाओं में रोहिणी निलेकणी शीर्ष पर
इस सूची में 24 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन निलेकणी की पत्नी रोहिणी निलेकणी ने 204 करोड़ रुपए दान कर महिलाओं में पहला स्थान हासिल किया। बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ ने 83 करोड़ रुपए दान किए और दूसरे स्थान पर रहीं। युवा दानवीरों में ज़ेरोधा के निखिल और नितिन कामत शीर्ष पर हैं, जिन्होंने 147 करोड़ रुपए दान किए। वहीं फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल ने 18 करोड़ रुपए दान कर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
इंफोसिस ने नया रिकॉर्ड बनाया
नाडर परिवार व्यक्तिगत दान के मामले में भी शीर्ष पर रहा। उन्होंने 2,537 करोड़ रुपए का व्यक्तिगत योगदान दिया। नंदन निलेकणी और उनकी पत्नी रोहिणी क्रमशः 356 करोड़ और 199 करोड़ रुपए के साथ उनके बाद रहे। इंफोसिस के सह-संस्थापकों और उनके परिवारों ने इस साल 850 करोड़ रुपए से अधिक दान किया, जो किसी एक कंपनी से जुड़े लोगों द्वारा किया गया सबसे बड़ा संयुक्त दान है।
रिलायंस ने CSR के तहत 1,309 करोड़ दान किए
कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत सबसे अधिक दान मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने किया। कंपनी ने नियम से 261 करोड़ रुपए अधिक खर्च करते हुए कुल 1,309 करोड़ रुपए का सामाजिक योगदान दिया। रुंगटा सन्स और जिंदल स्टील एंड पावर ने भी तय सीमा से अधिक सीएसआर राशि खर्च की।
79 वर्षीय शिव नाडर को दुनिया के 52वें सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार उनकी संपत्ति 2.99 लाख करोड़ रुपए है। 1976 में स्थापित HCL आज डिजिटल, इंजीनियरिंग, क्लाउड और सॉफ्टवेयर सेवाओं के क्षेत्र में दुनिया की प्रमुख टेक कंपनियों में शामिल है और इसमें 2.27 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।
