नोट बैनः स्कूटर-बाइक की सेल में 30% की गिरावट, ऑटो पार्ट्स की डिमांड हुई कम

punjabkesari.in Saturday, Nov 26, 2016 - 02:34 PM (IST)

नई दिल्लीः नोट बंदी का असर टू व्हीलर कंपनियों के प्रोडक्शन पर होता दिख रहा है। कंपनियां गिरती डिमांड को देखते हुए अपने प्रोडक्शन में जल्द कटौती कर सकती है। ऐसा इसलिए है कि डीलर्स ने अब कंपनियों पर इन्वेंट्री को क्लीयर करने का प्रेशर बनाना शुरू कर दिया है। उनके अनुसार डिमांड नहीं होने की वजह से पहले से ही इन्वेंट्री खड़ी हो गई है ऐसे में वह कंपनियों से नई सप्लाई नहीं ले सकते हैं।

रिटेल सेल में 30% की गिरावट 
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जॉन के पॉल ने बताया कि कुछ ही लोग डीलरशिप पर आ रहे हैं और इसकी वजह से नवंबर के दौरान रिटेल सेल में 30 फीसदी की गिरावट आ सकती है। वहीं, कैश की कमी के कारण छोटे कारोबारी और ट्रेडर्स अपने खरीदारी के फैसले को टाल रहे हैं। डीलर्स का कहला है कि व्हीकल डिस्पैच में 20 फीसदी से 30 फीसदी की कमी आई है। डीलर्स ने मैन्युफैक्चरर्स से कहा है कि वह इन्वेंट्री को क्लीयर करने में मदद करें।

हाल ही में हीरो मोटोकॉर्प के सीएमडी पवन मुंजाल ने कहा कि नोट बंदी के ऐलान के पहले दो दिन में हमारे डीलरशिप में लोगों की संख्या अक्टूबर के मुकाबले 15 फीसदी ही रही और अब यह आंकड़ा 50 फीसदी पर पहुंच गया है।

रूरल मार्कीट पर पड़ेगा असर
टू-व्हीलर्स कंपनियां जैसे हीरो मोटोकॉर्प, होंडा और बजाज आदि की 50 से 60 फीसदी तक की सेल रूरल मार्कीट से ही होती है। ऐसे में नोटों के बंद किए जाने से इस मार्कीट पर सबसे ज्यादा इम्पैक्ट नजर आएगा।

ऑटो पार्ट्स की डिमांड हुई कम
ऑटो एन्सेलरी कंपनी रिको ऑटो के एमडी और सीईओ अरविंद कपूर ने बताया कि कारों और टू-व्हीलर्स को दी जाने वाली सप्लाई में कमी आई है। मार्कीट में डिमांड भी कम है। वहीं, उन्होंने कहा कि आने वाले दो महीने तक यह स्थिति बनी रहेगी। अरविंद कपूर ने कहा कि ऑटो डीलरशिप पर भी डिमांड कम है। इस बात से भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंपनियां इस स्टॉक को बनाए रखने के लिए अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी को कम कर सकती है।

टू-व्हीलर कंपनियां दे रही हैं ऑफर
हीरो मोटोकॉर्प ने कस्टमर्स को ऑनलाइन पेमेंट ऑप्शन पर ऑफर देने के लिए एचडीएफसी PayZapp के साथ समझौता किया है। वहीं, दिल्ली के हीरो मोटोकॉर्प के एक डीलर ने कहा कि वह क्रेडिट कार्ड पेमेंट पर चार्ज भी नहीं ले रहे हैं। वहीं, टू-व्हीलर कंपनियां ऑनलाइन प्लैटफॉर्म जैसे पेटीएम के साथ समझौता कर रही है, ताकि खासतौर पर रूरल इलाकों में वैकल्पिक मोड्स पर कस्टमर्स को ऑफर दिया जा सके।

अक्टूबर में मोटरसाइकिल सेल्स 7.37 फीसदी बढ़ी
जारी आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर 2016 में मोटरसाइकिल सेल्स 7.37 फीसदी बढ़कर 11.44 लाख यूनिट्स हो गई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 10.65 लाख यूनिट्स था। टोटल टू-व्हीलर सेल्स 8.72 फीसदी बढ़कर 18 लाख यूनिट्स हो गई जो एक साल पहले 16.56 लाख यूनिट्स थी।


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