1.5 करोड़ से ज्यादा के लग्जरी घरों की डिमांड में Delhi NCR टॉप पर, सस्ते घरों की बिक्री में 20 फीसदी गिरावट
punjabkesari.in Saturday, May 11, 2024 - 05:14 PM (IST)
नई दिल्ली: भारत में लग्जरी घरों की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है। एनारॉक द्वारा जारी रिपोर्ट से पता चला है कि लक्जरी घरों की बिक्री पांच साल पहले के 7 फीसदी थी जो 2024 की पहली तिमाही में बढ़कर 21 फीसदी हो गया है, जबकि सस्ते घरों में तेजी से गिरावट देखी गई है जो पांच वर्ष पहले यह संख्या 37 फीसदी थी वह घटकर 20 फीसदी तक पहुंच गई है।
वर्ष 2024 की पहली तिमाही में शीर्ष सात शहरों में बेची गई लगभग 1.30 लाख आवास इकाइयों में से 1.5 करोड़ से अधिक कीमत वाले लक्जरी घरों की हिस्सेदारी 21 फीसदी या लगभग 27,070 इकाई थी। यह पांच साल पहले की ट्रेंड से बिल्कुल विपरीत है। 2019 की पहली तिमाही में सस्ते घर की डिमांड सबसे अधिक थी जहां टॉप सात शहरों में बेची गई लगभग 78,525 इकाइयों में से इसकी हिस्सेदारी 37 फीसदी थी जबकि लक्जरी घरों की हिस्सेदारी महज 4 फीसदी थी।
दिल्ली एनसीआर की बात करें तो पहली तिमाही में यहां कुल 15,645 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 6,060 यूनिट्स या 39 फीसदी घर लग्जरी थे और इनकी कीमत 1.5 करोड़ रुपये से अधिक थी। पांच वर्ष पहले दिल्ली-एनसीआर में कुल 13,740 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 4 फीसदी ही लग्जरी घर थे।
आंकड़ों के अनुसार, शीर्ष 7 शहरों में 2024 की पहली तिमाही में लॉन्च हुए लगभग 1.10 लाख घरों में से लगभग 28,020 लक्जरी घर थीं और केवल 19,980 घर किफायती थी। पांच साल पहले 2019 की तिमाही में शीर्ष 7 शहरों में लॉन्च किए गए लगभग 70,480 घरों में से किफायती घरों की हिस्सेदारी 44 फीसदी थी, जबकि लक्जरी घरों की हिस्सेदारी केवल 9 फीसदी थी। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 40 लाख से 1.5 करोड़ की कीमत वाली इकाइयों में बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, पुणे और हैदराबाद में मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट में सबसे अधिक बिक्री देखी गई।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, वर्ष 2024 की पहली तिमाही में लगभग 26,545 किफायती आवासों की बिक्री हुई, जो शीर्ष 7 शहरों में 20 फीसदी की कुल बिक्री हिस्सेदारी है। मिड-रेंज और प्रीमियम हाउसिंग सेगमेंट में इस अवधि में लगभग 76,555 इकाइयों की बिक्री हुई जो कुल बिक्री हिस्सेदारी लगभग 59 फीसदी है।
क्या कहते हैं डेवलपर्स
अमित मोदी, डायरेक्टर, काउंटी ग्रुप
लग्जरी घरों की डिमांड तेजी से बढ़ी है। पिछले कुछ समय से गौर करें तो होम बायर्स बड़े और लग्जरी घर को लेकर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। खासकर कोविड के बाद लोगों के कामकाज करने और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए ज्यादा जगह और एक्स्ट्रा कमरों की मांग कर रहे हैं।
संजय शर्मा, डायरेक्टर एसकेए ग्रुप
बड़े और लग्जरी घरों की मांग बढ़ने का सीधा कारण कोविड के बाद लोगों का लाइफस्टाइल बदलना है। दरअसल, लोग अब अपने और अपने परिवार के लिए बेहतर घर चाहते हैं। यही कारण है कि लगातार लग्जरी घरों की मांग बढ़ रही है। आने वाले समय में इस मांग में और बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
सलिल कुमार, सीआरसी ग्रुप, डायरेक्टर सेल्स एंड मार्केटिंग
लोगों की बढ़ती इनकम, देश की इकॉनमी की अच्छी स्थिति और बदलती लाइफस्टाइल के चलते लग्जरी हाउसिंग की मांग तेजी से बढ़ रही है। पिछले दो सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो डेवलपर्स के प्रति होम बॉयर्स का लगातार भरोसा बढ़ा है जिससे शहरी इलाकों में रेजिडेंस की मांग में तेजी बनी हुई है।
यश मिगलानी, एमडी मिगसन ग्रुप
जमीन की ऊंची लागत की वजह से आज किफायती आवासीय परियोजनाएं बिल्डरों के लिए आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं रह गई है। कोविड के बाद होम बॉयर्स का माइंड सेट भी बदला है और वे बेहतर सुविधाएं और अपनी पसंद की जगह पर घर खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं। ऐसे में सस्ते और छोटे मकान खरीदने को लेकर बॉयर्स का रुझान कम हो रहा है।
रजत गोयल, मैनेजिंग डायरेक्टर एमआरजी ग्रुप
देश का हाउसिंग सेक्टर वर्ष 2023 से ही अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। कोरोना के बाद से लोग बड़े घरों की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। अब लोग छोटे घरों की अपेक्षा बड़े घरों में रहना ज्यादा पसंद कर रहे है, यही वजह है की महंगे और बड़े घरों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। लोगों को 1 और 2 बीएचके फ्लैट छोटे पड़ रहे हैं। उन्हें अब ज्यादा जगह की जरूरत महसूस हो रही है, इसलिए लोग अब बड़े घरों की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं।