2017 में कारों की बिक्री को नहीं मिली रफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, Jan 02, 2018 - 02:46 PM (IST)

नई दिल्लीः वर्ष 2017 के अंतिम महीने यानी दिसंबर में यात्री वाहनों (कार, वैन और यूटिलिटी व्हीकल) की घरेलू बिक्री करीब 6 फीसदी बढ़ी। दिस्म्बर में वाहन उद्योग की बिक्री एक अंक में बढ़ी जबकि दिसंबर 2016 नोटबंदी की वजह से बिक्री में 1.36 फीसदी की गिरावट आई थी।

हुंडई की घरेलू बाजार में बिक्री रही स्थिर
देश की दूसरी सबसे बड़ी कार विनिर्माता हुंडई की घरेलू बाजार में बिक्री लगभग स्थिर रही, वहीं महिंद्रा की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। ये आंकड़े डीलरशिप को की गई बिक्री के हैं हालांकि मारुति सुजूकी की दो अंकों में बिक्री बढऩे से वाहन उद्योग की वृद्घि को बल मिला।

मारुति की बिक्री 11.4 फीसदी बढ़ी
देश में बिकने वाली हर दूसरी कार मारुति की रही और दिसंबर में इसकी बिक्री 11.4 फीसदी बढ़कर 1.18 लाख वाहन से ज्यादा रही। दिसंबर 2016 में मारुति की बिक्री 4 फीसदी घटी थी। फिलहाल पिछले महीने कंपनी ने 53,336 कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री की। इस खंड में मारुति की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार डिजायर और बलेनो रही। कंपनी की यूटिलिटी वाहन खंड की बिक्री भी 20 फीसदी बढ़ी। तकरीबन सभी कार कंपनियों ने जनवरी से अपने वाहनों के दाम में औसतन 2 फीसदी की वृद्घि की घोषणा की थी। इससे भी बिक्री बढ़ाने में थोड़ी मदद मिली।

महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की बिक्री घटी
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की बिक्री दिसंबर में 7 फीसदी घटकर 15,543 वाहनों की रही। दिसंबर 2016 में उसकी बिक्री में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थी। वित्त वर्ष 2018 के दौरान महिंद्रा की बिक्री 4 फीसदी बढ़ी जबकि उद्योग की वृद्घि दर करीब 8 फीसदी रही। जापानी कार कंपनी होंडा ने पिछले महीने 12,642 कारों की बिक्री की, जो दिसंबर 2016 से 12 फीसदी अधिक है।

दिसंबर 2016 में उसकी बिक्री में 18 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थ। घरेलू बिक्री में चार प्रमुख कंपनियों की करीब 80 फीसदी हिस्सेदारी रही। हालांकि टाटा मोटर्स, फोर्ड, रेनो, फोक्सवैगन और निसान ने अभी अपने बिक्री के आंकड़े जारी नहीं किए हैं। इनमें से कुछ कंपनियों ने कहा कि दिसंबर में उनकी बिक्री में कमी आई है।
 


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