रूचि सोया के समाधान पेशेवर ने पंतजलि के सवालों का जवाब देने के लिए समय मांगा

punjabkesari.in Friday, Jun 22, 2018 - 05:42 PM (IST)

नई दिल्लीः दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही रूचि सोया के समाधान पेशेवर ने पतंजलि आयुर्वेद की तरफ से इंदौर की खाद्य तेल कंपनी के अधिग्रहण को लेकर अडाणी समूह की बोली प्रक्रिया में भाग लेने की पात्रता के संदर्भ में मांगे गए स्पष्टीकरण का जवाब देने के लिए 8 से 10 दिन का समय मांगा है।

पतंजलि समूह ने अडाणी विलमर को सर्वाधिक ऊंची बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में चयन के लिए अपनाए गए मानदंडों के बारे में भी समाधान पेशेवर (आरपी) से सूचना मांगा है। इसके अलावा सिरील अमरचंद मंगलदास को आरपी का कानूनी सलाहकार नियुक्त किये जाने को लेकर भी सवाल उठाये हैं क्योंकि यह विधि सेवा कंपनी पहले से अडाणी समूह को परामर्श दे रही है। 

तेल, साबुन जैसे रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली बाबा रामदेव की कंपनी ने विधि कंपनी की नियुक्ति को लेकर तटस्थता तथा हितों के टकराव के सवाल उठाए हैं। फार्चुन ब्रांड से खाद्य तेल बनाने वाली अडाणी विलमार और बाबा रामदेव का पतंजलि समूह कर्ज में डूबी रूचि सोया के अधिग्रहण की दौड़ में शामिल हैं। 

सूत्रों के अनुसार आरपी ने कर्जदाताओं की समिति को सूचित किया है कि वह पतंजलि को जवाब देने के लिए 8 से 10 दिन का समय लेगा। पतंजलि दिवाला एवं ऋण शोधन संहिता की धारा 29 ए के तहत अडाणी समूह की बोली प्रक्रिया में भाग लेने की पात्रता पर सवाल उठाए हैं। इस धारा के तहत अन्य शर्तों के अलावा समाधान आवेदनकर्ता या उसके प्रवर्तकों को पूर्व में चूक नहीं किया होना चाहिए।

बोली में पतंजलि ने 5,700 करोड़ रुपए की बोली लगाई जबकि अडाणी विलमर ने 6,000 करोड़ रुपए की बोली लगाई। पंतजलि को 16 जून तक संशोधित बोली लगाने को कहा गया लेकिन समूह ने ताजा बोली जमा करने के बजाए आरपी को पत्र लिखकर कुछ चीजों क बारे में स्पष्टीकरण मांगे। बोली प्रक्रिया में ‘स्विस चैलेंज’ प्रणाली अपनाई गई। इसके तहत अगर पतंजलि बेहतर पेशकश करती है तो अडाणी को संशोधित बोली के लिए एक और मौका मिलेगा। 


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jyoti choudhary

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