केरल की बाढ़ में डूबी कृषि, 6 अरब रुपए के नुकसान की आशंका

punjabkesari.in Tuesday, Aug 14, 2018 - 02:10 PM (IST)

चेन्नईः केरल में मॉनसूनी बारिश की वजह से करीब 6 अरब रुपए का नुकसान हो चुका है। किसानों के शुरूआती अनुमान में यह बताया गया है। दावा किया जा रहा है कि इस बारिश से अब तक 186 जानें जा चुकी हैं और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। चूंकि मौसम अधिकारियों ने अगले कुछ दिनों में और बारिश का पूर्वानुमान जताया है इसलिए उद्योग को इस बात का डर है कि इससे होने वाला नुकसान बढ़ सकता है।

एसोसिएशन ऑफ प्लांटर्स ऑफ केरल के सचिव अजीत बालाकृष्णन ने कहा कि सिर्फ फसल का नुकसान ही तकरीबन 6 अरब रुपए का होगा। अभी तक इस बात का पता नहीं है कि बुनियादी ढांचे आदि के हिसाब से कुल कितना नुकसान होगा।

चाय क्षेत्र में 50 प्रतिशत (करीब 1.50 अरब रुपए) फसल क्षति के आसार हैं, जबकि वयनाड में भूस्खलन की वजह से 100 एकड़ की कृषि के नुकसान का अभी हिसाब नहीं लगाया गया है। रबर की फसल में करीब 40 फीसदी का नुकसान होने की आशंका है जबकि पानी में डूबी इलायची की खेती को तकरीबन तीन अरब रुपये की क्षति हो सकती है। हालात पुन: सामान्य होने पर लगभग 30 प्रतिशत क्षेत्र में फिर से खेती की जरूरत है जिसकी लागत अभी इन अनुमानों में शामिल नहीं की गई है।

जहां एक ओर कॉफी में 15 फीसदी गिरावट की आशंका है वहीं दूसरी ओर रबर फसल की यह क्षति 40 फीसदी हो सकती है क्योंकि किसान वृक्षों से रबर एकत्रित करने में असमर्थ हैं। किसानों को डर है कि फसलों की क्षति के कारण गंभीर रूप से नौकरी का संकट हो सकता है। एसोसिएशन ने सरकार को इस नुकसान के संबंध में जानकारी दी है और विशेष पैकेज का इंतजार किया जा रहा है। अधिकारी वर्ग बचाव और पुनर्वास के कार्यों में जुटे हुए हैं और कुछ बांध अब भी खुले हुए हैं। हाल ही में मुख्य मंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि शुरुआती आकलन इंगित करते हैं कि करीब 20,000 घर पूरी तरह बरबाद हो गए हैं और राज्य में 10,000 किलोमीटर की सडक़ नष्टï हुई है। नुकसान का शुरुआती अनुमान करीब 83.16 अरब रुपये था। राज्य ने केंद्र से तत्काल राहत और पुनर्वास के लिए लगभग 12 अरब रुपये का अनुरोध किया है। 

पूर्व में विजयन ने अपने ट्विटर पर लिखा था कि राज्य 1924 के बाद दूसरी बदतर बाढ़ में है और भारी बारिश लगातार जारी है। 14 जिलों में से 10 गंभीर रूप से प्रभावित हैं। 27 प्रमुख बांधों के द्वार खोल दिए गए हैं। पिछले साल केरल में कृषि क्षेत्र के उत्पादों का मूल्य लगभग 97.80 अरब रुपये था। इस बार राज्य के उद्योग को चाय उत्पादन में 15-20 फीसदी तक के इजाफे, रबर में तकरीबन 10 प्रतिशत और इलायची में करीब 20 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद थी।


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jyoti choudhary

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