नोटबंदीः प्रॉपर्टी सेक्टर पर असर, ''वाइट मनी'' वाले ग्राहकों का इंतजार

punjabkesari.in Monday, Jan 16, 2017 - 02:44 PM (IST)

नई दिल्लीः रियलटी सेक्टर के लोगों की उम्मीद आने वाले दिनों में 'वाइट मनी' वाले निवेशकों पर टिकी हैं। डिवेलपर्स के मुताबिक बीते तीन महीनों में ग्राहक करीब 50 पर्सेंट तक कम हो गए हैं। अब घरों के बाजार में निवेश करने वाले लोग फिलहाल पैसा निकालने से बच रहे हैं। इन लोगों का मानना है कि आने वाले दिनों में ब्याज दरें और कम होंगी। इसके अलावा नोटबंदी के असर से प्रॉपर्टी मार्कीट में भी कीमतें गिरेंगी। डिवेलपर्स का मानना है कि नोटबंदी, बेनामी प्रॉपर्टीज ऐक्ट और नए रियल एस्टेट ऐक्ट के चलते भविष्य में इस सेक्टर में काले धन को नहीं खपाया जा सकेगा।

प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में गिरावट 
इंडस्ट्री के मुताबिक काले धन को खपाने के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले रीसेल और सेकंडरी मार्कीट में सबसे कम कस्टमर्स आ रहे हैं। यही नहीं प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन में भी तेज गिरावट आई है। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट नाइट फ्रैंक इंडिया के मुताबिक, 'नोटबंदी के बाद से अब तक डिवेलपर्स को 22,600 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। इसके अलावा राज्य सरकारों को स्टांप ड्यूटी के तौर पर 1,200 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।'

ब्लैक मनी का पूरा सफाया होना मुश्किल
चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, पुणे और मुंबई से लेकर एनसीआर तक के तमाम डिवेलपर्स के टॉप अधिकारियों ने माना कि नोटबंदी के बाद मार्कीट पर बड़ा असर पड़ा है। हालांकि डिवेलपर्स को लॉन्ग टर्म में फायदे की उम्मीद है और भविष्य में बैंकिंग चैनल के जरिए ही डील्स होंगी। हालांकि कई डिवेलपर्स और प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि ब्लैक मनी का पूरी तरह सफाया हो चुका है।


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