Gold खरीदने का सही मौका, चांदी को लेकर दी चेतावनी, 2008 का संकट बताने वाले Dr Doom का बड़ा Alert
punjabkesari.in Tuesday, Dec 30, 2025 - 06:06 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः सोना या चांदी—किस पर लगाएं दांव? यह सवाल एक बार फिर निवेशकों के सामने खड़ा हो गया है। 2008 के वित्तीय संकट की सटीक भविष्यवाणी कर दुनिया भर में मशहूर हुए ‘डॉक्टर डूम’ पीटर शिफ ने अब कीमती धातुओं को लेकर बड़ा संकेत दिया है। जहां उन्होंने सोने को खरीदने का सही मौका बताया है, वहीं चांदी को लेकर निवेशकों को सावधान रहने की चेतावनी दी है। शिफ की इस सलाह के बाद बाजार में हलचल तेज हो गई है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पीटर शिफ ने कहा कि चांदी के बाजार में इस वक्त शॉर्ट टर्म रिस्क काफी ज्यादा है। उन्होंने लिखा, “अभी फिजिकल सिल्वर खरीदना जोखिम भरा हो सकता है। मैं अपनी चांदी बेच तो नहीं रहा लेकिन खरीदारी से पहले इसके स्थिर होने का इंतजार करना बेहतर होगा।”
सोने को लेकर क्यों हैं बुलिश?
सोने को लेकर शिफ का रुख पूरी तरह सकारात्मक नजर आया। उन्होंने कहा, “अभी बिल्कुल सोना खरीदिए। $4,534 प्रति औंस पर यह काफी सस्ता है।” शिफ का मानना है कि मौजूदा हालात में सोने में गिरावट का खतरा चांदी के मुकाबले काफी कम है, इसलिए निवेशकों को गोल्ड पर फोकस करना चाहिए।
चांदी में जबरदस्त उतार-चढ़ाव
चांदी की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव को लेकर भी शिफ ने चेताया। उन्होंने बताया कि हाल की ऊंचाई से चांदी तेजी से फिसली है। शिफ के मुताबिक, “अगर चांदी और गिरी तो खरीदारी ज्यादा सुरक्षित होगी। मेरा अनुमान है कि इसका सपोर्ट लेवल $70 से $75 के बीच बन सकता है।” उन्होंने यह भी बताया कि चांदी करीब $5 टूटकर $79.30 के आसपास कारोबार करती नजर आई।
यूरोपैक के चीफ इकोनॉमिस्ट पीटर शिफ ने कहा कि हालिया कारोबारी सत्र में चांदी ने पहले $84 के करीब नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन इसके बाद इसमें तेज गिरावट देखने को मिली और भाव $75 के आसपास आ गए। हालांकि बाद में इसमें रिकवरी हुई और कीमतें फिर $80 के ऊपर पहुंच गईं। शिफ के मुताबिक, यह बुल मार्केट अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन रास्ता काफी उतार-चढ़ाव भरा रहेगा।
सालभर में चांदी ने सोने को पछाड़ा
गिरावट के बावजूद, चांदी ने इस साल निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। 2025 में चांदी अब तक 181% चढ़ चुकी है, जो सोने से कहीं ज्यादा है। इसकी बड़ी वजह अमेरिका द्वारा इसे एक महत्वपूर्ण खनिज घोषित किया जाना, सीमित सप्लाई और औद्योगिक मांग में तेज उछाल है। वहीं, सोना भी इस साल मजबूत रहा है और करीब 72% की बढ़त दर्ज कर चुका है। अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, वैश्विक अनिश्चितता, केंद्रीय बैंकों की भारी खरीदारी और ईटीएफ में बढ़ता निवेश सोने को लगातार समर्थन दे रहा है।
