सस्ते स्मार्टफोन्स के दिन खत्म! ओप्पो, वीवो और सैमसंग ने बढ़ाए दाम...आगे और बढ़ सकती हैं कीमतें
punjabkesari.in Friday, Nov 07, 2025 - 05:03 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः सस्ते स्मार्टफोन्स के दिन अब खत्म हो सकते हैं। मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियों को मेमोरी चिप्स और स्टोरेज जैसे जरूरी पुर्ज़ों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। चिप निर्माता कंपनियां अपनी उत्पादन क्षमता का बड़ा हिस्सा इस समय AI तकनीक से जुड़े डेटा सेंटरों के लिए हार्डवेयर बनाने में लगा रही हैं। ऐसे में स्मार्टफोन कंपनियों के लिए पुर्जों की उपलब्धता कम हो रही है और लागत बढ़ रही है। इसके साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से आयात लागत भी बढ़ गई है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियां अब उतने ही पुर्जे खरीद रही हैं जितने की तत्काल जरूरत है, ताकि बढ़ी हुई लागत का असर सीमित रखा जा सके लेकिन सप्लाई में कमी और बढ़ती कीमतों का असर धीरे-धीरे बाजार में दिखने लगा है।
किन कंपनियों ने कीमतें बढ़ाईं?
कुछ स्मार्टफोन ब्रांड्स ने अपने मॉडलों की कीमतें पहले ही बढ़ा दी हैं। ओप्पो ने अपने मिड-रेंज और हाई-एंड मॉडलों की कीमत में 2,000 रुपए तक का इजाफा किया है। इसी तरह वीवो और सैमसंग ने भी चुनिंदा मॉडलों के दाम बढ़ाए हैं। शाओमी फिलहाल कीमतें स्थिर रखने की कोशिश कर रही है लेकिन कंपनी का कहना है कि आने वाले महीनों में नए मॉडल्स के साथ कीमतों में संशोधन किया जा सकता है। शाओमी ने संकेत दिया है कि 2026 तक पूरी इंडस्ट्री में कीमतों में व्यापक बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
बिक्री पर असर की चिंता
त्योहारी सीज़न के बाद पहले से ही स्मार्टफोन सेल में गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे में कीमत बढ़ने से मांग और कम होने की आशंका है। ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (AIMRA) के अनुसार, बिक्री का स्तर अब सितंबर के बराबर आ गया है और आगे और गिरावट हो सकती है।
अब आगे क्या?
स्मार्टफोन निर्माताओं के मुताबिक, जिन पुर्जों का मौजूदा स्टॉक है, उससे फिलहाल कीमतों को स्थिर रखा जा सकता है लेकिन अगली खेप नए रेट पर आएगी, जिसका असर सीधे ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर चिप सप्लाई और मुद्रा विनिमय दरों में सुधार नहीं हुआ, तो आने वाले महीनों में एंट्री-लेवल और बजट स्मार्टफोन्स सबसे ज्यादा महंगे हो सकते हैं।
