10 जरूरी दवाईयों की कीमत 23% तक हुईं कम

punjabkesari.in Saturday, Sep 17, 2016 - 05:31 PM (IST)

नई दिल्लीः मरीजों का राहत देते हुए राष्ट्रीय औषधि मूल्य प्राधिकरण (एन.पी.पी.ए.) ने 10 जरूरी दवाईयों की कीमत 23.3 फीसदी तक कम कर दी है। अन्य 8 दवाईयों को प्राइस कंट्रौल के दायरे में लाया गया है जिनमें से पैरासिटामॉल, एंटीबॉयोटिक सेफाड्रोक्सिल और सेफाजोलीन भी शामिल हैं। पैरासिटामॉल को पहली बार प्राइस कंट्रौल के दायरे में लाया गया है। इस वित्त वर्ष में अब तक 326 दवाईयों के दाम कम कर दिए गए हैं। इसके पहले एन.पी.पी.ए. ने पिछले महीने 22 जरूरी दवाईओं की कीमत के लिए मैक्सिमम लिमिट तय करते हुए उनके दाम घटाए थे। वित्त वर्ष 2016-17 में कुल 90 दवाओं के रिटेल प्राइस तय किए जा चुके हैं। वहीं जुलाई में ऐसे 118 मामले पकड़े गए थे, जिसमें दवा कंपनियां तय कीमत से ज्यादा पर सेल कर रही थीं।


एन.पी.पी.ए. के चेयरमैन भूपेंद्र सिंह का कहना है कि दवाओं के दाम 4.8 फीसदी से 23.3 फीसदी तक कम किए गए हैं। एन.पी.पी.ए. ड्रग्स (प्राइस कंट्रौल) ऑर्डर-2013 के तहत शिड्यूल-1 के तहत आने वाली जरूरी दवाओं की कीमत तय करता है।


मैन्युफैक्चरर्स नहीं ले सकते ज्यादा कीमत

एन.पी.पी.ए. ने कहा है कि मैन्युफैक्चरर्स तय कीमत से ज्यादा नहीं ले सकते हैं। अगर कंपनियां सीलिंग प्राइस और नियमों का पालन नहीं करती हैं तो उन्हें वसूली गई एक्स्ट्रा कीमत ब्याज समेत जमा करानी पड़ेगी। कंपनियों को इन दवाओं की कीमत में साल में 10 फीसदी तक की ही बढ़ौतरी करने की इजाजत होगी।


इन बीमारियों में दवा पर खर्च कम हुआ

पिछले कुछ महीनों के दौरान एपिलैप्सी, डायबिटीज, कैंसर, एचआईवी एड्स, ट्युबरकुलोसिस, कैंसर, कार्डियक डिजीज, अस्थमा, ऑर्थराइटिस और डिप्रेशन की दवाओं के दाम कम हुए हैं।


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