CBDT रिपोर्ट में खुलासा: आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या 50% बढ़ी, नोटबंदी से हुआ फायदा

punjabkesari.in Tuesday, Dec 04, 2018 - 05:59 PM (IST)

नई दिल्लीः निर्धारण वर्ष 2018-19 में दायर होने वाले आयकर रिटर्न (आईटीआर) में पिछले साल की तुलना में अब तक 50 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने सीआईआई के एक कार्यक्रम से इतर यह जानकारी देते हुए कहा, ‘‘यह नोटबंदी का असर है।’’ उन्होंने कहा कि नोटबंदी देश में कर का दायरा बढ़ाने के लिए काफी अच्छी रही है। इस साल हमें अभी तक ही करीब 6.08 करोड़ आईटीआर मिल चुके हैं जो पिछले साल की इस तिथि तक मिले आईटीआर से 50 प्रतिशत अधिक हैं।

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रिटर्न नहीं भरने या गलती करने वाले 2 करोड़ लोगों को नोटिस
चंद्रा ने कहा कि 'राजस्व विभाग चालू वित्त वर्ष में 11.5 लाख करोड़ रुपए के प्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य हासिल कर लेगा। ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स ग्रोथ रेट 16.5% और नेट डायरेक्ट टैक्स ग्रोथ रेट 14.5% है। इससे पता चलता है कि नोटबंदी से टैक्स बेस बढ़ाने में मदद मिली।'

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चंद्रा ने बताया कि 'कॉरपोरेट करदाताओं की संख्या इस साल 8 लाख हो गई है। पिछले साल यह 7 लाख दर्ज की गई थी। सीबीडीटी ने 2 करोड़ ऐसे लोगों को एसएमएस से सूचना दी है जिन्होंने या तो रिटर्न नहीं भरा या फिर रिटर्न में दी गई जानकारी से उनकी आय मेल नहीं खाती।'

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दुनिया के 70 देश भारत से जानकारी साझा कर रहे: चंद्रा
सीबीडीटी के चेयरमैन ने कहा कि दुनिया के 70 देश ऑटोमेटिक एक्सचेंज ऑफ इन्फॉर्मेशन के तहत भारत के साथ सूचनाएं साझा कर रहे हैं। चंद्रा ने जानकारी दी कि बोर्ड जल्द ई-पैन की सुविधा शुरू करेगा। ऐसा होने से लोगों को सिर्फ 4 घंटे में स्थायी खाता नंबर (पैन) जारी किया जा सकेगा।'


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jyoti choudhary

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