Sebi’s ‘Digital Gold’ Warning: डिजिटल गोल्ड के निवेशकों के लिए अहम खबर, SEBI ने जारी किया Alert
punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 11:00 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः भारत के पूंजी बाज़ार नियामक सेबी (SEBI) ने एक बार फिर डिजिटल गोल्ड से जुड़े जोखिमों पर निवेशकों को सतर्क किया है। डिजिटल गोल्ड पेटीएम, गूगल पे और फोनपे जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बेचा जाता है लेकिन इसे न तो सिक्योरिटी माना गया है और न ही कमोडिटी डेरिवेटिव। ऐसे में यदि कोई प्लेटफॉर्म डिफॉल्ट करता है तो सेबी की ओर से निवेशकों को कोई सुरक्षा नहीं मिल पाएगी।
इस मुद्दे पर सेबी चेयरमैन तुहिन कांत पांडे (Tuhin Kanta Pandey) का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि डिजिटल गोल्ड को रेगुलेट करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है, क्योंकि यह सेबी के दायरे में आता ही नहीं। REITs और InvITs–2025 के नेशनल कॉन्क्लेव में उन्होंने बताया कि फिलहाल निवेशक गोल्ड ETF या ट्रेडेबल गोल्ड सिक्योरिटीज जैसे विकल्पों के जरिए ही सुरक्षित रूप से सोने में निवेश कर सकते हैं, क्योंकि ये उत्पाद सेबी के नियामक दायरे में आते हैं। यह बयान ऐसे समय आया है जब डिजिटल गोल्ड इंडस्ट्री लगातार मांग कर रही है कि सेबी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को रेगुलेट करे।
सेबी ने 8 नवंबर 2025 को जारी एक आधिकारिक नोट में भी कहा था कि डिजिटल गोल्ड या ई-गोल्ड पर इन्वेस्टर प्रोटेक्शन मैकेनिज्म लागू नहीं होता, क्योंकि इन उत्पादों की कोई स्पष्ट कानूनी पहचान सिक्योरिटीज या कमोडिटी डेरिवेटिव्स के रूप में नहीं है। इस वजह से अगर प्लेटफॉर्म डिफॉल्ट करे, तो निवेशकों को कोई नियामक सुरक्षा नहीं मिलती।
डिजिटल गोल्ड में निवेश से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
- जिस प्लेटफॉर्म या ऐप से आप डिजिटल गोल्ड खरीद रहे हैं, उसकी शर्तें, नियम और विश्वसनीयता जरूर चेक करें।
- प्लेटफॉर्म की प्रामाणिकता और लाइसेंसिंग को अच्छी तरह परखें।
- किसी भी अनजान या संदिग्ध प्लेटफॉर्म से खरीदारी बिल्कुल न करें।
- जहां तक संभव हो, SEBI या RBI द्वारा अप्रूव्ड वेबसाइट/प्लेटफॉर्म को ही प्राथमिकता दें।
