भारतीय स्टूडैंट्स और पेशेवरों ने अमेरिका से मुंह मोड़ा, अब इस देश की ओर बढ़ा रुझान
punjabkesari.in Monday, Jun 15, 2020 - 05:37 AM (IST)
नई दिल्ली: अमेरिका में बढ़ती बेरोजगारी की वजह से ट्रंप सरकार एच-1बी वीजा सहित रोजगार देने वाले अन्य वीजा को सस्पैंड करने की तैयारी कर रही है। अगर ऐसा होता है तो इससे भारतीय पेशेवरों को भारी झटका लग सकता है।
कोरोना वायरस के कारण बने हालात के चलते अमेरिकी लोगों के लिए रोजगार बचाने हेतु ट्रंप सरकार ऐसा कदम उठाने जा रही है, लेकिन इससे पहले भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सख्त रुख के कारण हजारों भारतीय स्टूडैंट्स ने अमेरिका की बजाय कनाडा में जाकर पढ़ाई करने और बसने का मन बनाया है। इसका खुलासा नैशनल फाऊंडेशन फॉर अमेरिकन पॉलिसी (एन.एफ.ए.पी.) से प्राप्त आंकड़ों से होता है। आंकड़े दर्शाते हैं कि 2016-17 से 2018-19 के बीच 25 प्रतिशत से ज्यादा भारतीय छात्रों और पेशेवरों का रुझान अमेरिका की तरफ कम हुआ है और कनाडा की तरफ बढ़ा है।
अगले सप्ताह एच-1बी वीजा हो सकता है निलंबित
ट्रंप अगले सप्ताह एच-1बी वीजा सहित इंटरनेशनल स्टूडैंट्स के लिए ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए दिए जाते वीजा को निलंबित कर सकते हैं। यह कदम बड़े स्तर पर अमेरिका में पैदा हुई बेरोजगारी के चलते उठाया जा रहा है, लेकिन अमेरिका के सरकारी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि भारतीय साइंस विषय के स्टूडैंट्स और पेशेवरों ने अमेरिकी नीतियों के चलते कोविड-19 से पहले ही कनाडा का रुख कर लिया है। कनाडा ब्यूरो ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन की रिपोर्टों के मुताबिक कनाडा की यूनिवर्सिटियों में पढ़ते भारतीय स्टूडैंट्स की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। जहां 2016 में 76,075 छात्रों ने कनाडा की यूनिवर्सिटियों में दाखिला लिया, वहीं 2018 में यह संख्या 127 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,72,625 पहुंच गई।
इस कारण कनाडा जा रहे स्टूडैंट्स
एन.एफ.ए.पी. के इमीग्रेशन, रिफ्यूजीस एंड सिटीजनशिप कनाडा डाटा का विश्लेषण बताता है कि 2016 में जहां 39,340 भारतीयों को कनाडा की पी.आर. (परमानैंट रैजीडैंट्स) मिली थी, वहीं 2019 में 85,585 भारतीयों को पी.आर. मिली। दूसरी ओर स्किल्ड वीजा को लेकर जहां कनाडा में 2 सप्ताह में मंजूरी मिल जाती है, वहीं अमेरिका में पेशेवरों को वीजा लेने के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है।
एन.एफ.ए.पी. के विश्लेषण के मुताबिक किस फील्ड में कितने कम स्टूडैंट्स ने दाखिला लिया
ग्रैजुएट प्रोग्राम
वर्ष यूनिवर्सिटियों में प्रवेश दर
2016-17 96,330
2018-19 86,070
अंतर 10,260 कम दाखिला
कम्प्यूटर साइंस
वर्ष यूनिवर्सिटियों में प्रवेश दर
2016-17 70,630
2018-19 64,580
अंतर 6,050 कम दाखिला