भारतीय ऑटो कंपोनेंट सेक्टर ने दर्ज की 2024-25 की पहली छमाही में 11.3% की वृद्धि
punjabkesari.in Friday, Dec 13, 2024 - 03:08 PM (IST)
नई दिल्लीः उद्योग निकाय ACMA ने गुरुवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में ऑटोमोटिव कंपोनेंट उद्योग साल-दर-साल 11 प्रतिशत बढ़कर 3.32 लाख करोड़ रुपए हो गया। पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर अवधि में ऑटोमोटिव कंपोनेंट उद्योग का कारोबार 2.98 लाख करोड़ रुपए रहा।
ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ACMA) की अध्यक्ष श्रद्धा सूरी मारवाह ने कहा, “सभी सेगमेंट में वाहनों की बिक्री महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच गई है और निर्यात के मोर्चे पर भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद, ऑटो कंपोनेंट सेक्टर ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में लगातार वृद्धि देखी है।”
उन्होंने कहा कि त्योहारी सीजन में वाहन उद्योग के अधिकांश सेगमेंट में अच्छी बिक्री हुई। हालांकि, इस वित्तीय वर्ष के पिछले आठ महीनों को देखते हुए, जहां दोपहिया वाहनों ने आशाजनक वृद्धि दिखाई है, वहीं यात्री वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री अपेक्षाकृत मध्यम रही है।” मारवाह ने कहा कि निर्यात के मोर्चे पर, भूवैज्ञानिक चुनौतियों के साथ, डिलीवरी का समय और माल ढुलाई लागत एक बार फिर बढ़ गई है।
उन्होंने कहा, “मूल्य के संदर्भ में, उद्योग मजबूत स्वास्थ्य में बना हुआ है, जो बाजार की बदलती गतिशीलता के बीच स्थिरता और लचीलेपन का संकेत देता है।” मारवाह ने कहा कि घटक उद्योग उच्च मूल्य संवर्धन, प्रौद्योगिकी उन्नयन और स्थानीयकरण के उद्देश्यों के लिए निवेश करना जारी रखता है, ताकि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ग्राहकों के लिए प्रासंगिक बना रहे।
ACMA के महानिदेशक विन्नी मेहता ने कहा कि वाहनों की बिक्री और निर्यात में स्थिर प्रदर्शन के साथ, ऑटो कंपोनेंट उद्योग ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 3.32 लाख करोड़ रुपए का कारोबार करते हुए 11.3 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित की। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों – OEM (मूल उपकरण निर्माता), निर्यात और आफ्टरमार्केट को ऑटो कंपोनेंट की आपूर्ति स्थिर रही।
उद्योग निकाय ने कहा कि निर्यात 7 प्रतिशत बढ़कर 11.1 बिलियन अमरीकी डॉलर (93.34 लाख करोड़ रुपए) हो गया, जबकि आयात 4 प्रतिशत बढ़कर 11 बिलियन अमरीकी डॉलर (92.05 लाख करोड़ रुपए) हो गया, जिसमें 150 मिलियन अमरीकी डॉलर का अधिशेष था। इसमें कहा गया है कि आफ्टरमार्केट का अनुमानित मूल्य 47,416 करोड़ रुपए है, जिसमें भी साल-दर-साल 5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इसी तरह, घरेलू बाजार में ओईएम को घटक आपूर्ति साल-दर-साल 11 प्रतिशत बढ़कर 2.83 लाख करोड़ रुपए हो गई।