अलविदा 2017: भारत में हुए ये 4 बड़े सुधार, चमकी अंतर्राष्ट्रीय छवि

punjabkesari.in Thursday, Dec 28, 2017 - 12:22 PM (IST)

नई दिल्ली: साल 2017 खत्म होने को है और कारोबार के हिसाब से देखें तो इस वर्ष भारत की छवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमकी है। मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है तब से भारत की छवि सुधारने की जी तोड़ कोशिशें में लगी हुई है और सरकार का इसको फायदा भी मिला। साल 2017 में जहां वर्ल्ड बैंक और मूडीज ने भारत की छवि सुधारने में मदद की वहीं भारत में बड़ा कर सुधार जी.एस.टी. लागू किया गया।
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GST: बड़ा कर सुधार
1 जुलाई 2017 को लागू हुए जी.एस.टी. कानून ने विश्व में भारत की अलग छवि पेश की। कानून लागू करने में शुरुआत में कई तरह की दिक्कतें आई हालांकि सरकार ने धीरे-धीरे इनको दूर किया। जी.एस.टी. के तहत 5,12,18 और 28 फीसदी टैक्स के स्लैब में सभी सेवाओं और वस्तुओं को डाल दिया गया। जी.एस.टी. के तहत ऑनलाइन टैक्स भरने की व्यवस्था की गई।

वर्ल्ड बैंक की सूची में 100 वां स्थान
वर्ल्ड बैंक की आसान कारोबार वाले देशों की सूची में भारत ने 30 स्थान की छलांग लगाई। अक्टूबर 2017 में जारी इस सूची में भारत को 100 वां स्थान मिला। पिछले साल भारत की रैंकिंग 130 थी। रेटिंग में बढ़ोतरी दिवालिया कानून, छोटे शेयरधारकों की रक्षा और टैक्स चुकाने संबंधी सुधारों के चलते हुई है। सरकार की अब इस रैकिंग में टॉप 50 में स्थान बनाने की योजना है।
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मूडीज ने बढ़ाई रेटिंग
नवंबर में ग्लोबल रेटिंग्स एजेंसी मूडीज ने 13 साल बाद भारत की रेटिंग सुधारी। एजेंसी ने भारत की रेटिंग बीएए3 से बढ़ाकर बीएए2 कर दी। रेटिंग आउटलुक भी पॉजिटीव से स्टेबल कर दिया। मूडीज मे जी.एस.टी., नोटबंदी और आधार की तारीफ की। इसके अलावा बैंकों को पूंजी देने का फैसला भी रेटिंग एजेंसी का भा गया।

एस एंड पी ने की तारीफ
विश्व की दूसरी बड़ी एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने हालांकि भारत की रेटिंग नहीं बढ़ाई लेकिन सरकार के सुधारों की तारीफ की। एजेंसी ने सरकार की वित्तीय स्थिति को लेकर थोड़ी चिंता जताई।


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