भारी उठापटक के बीच स्थिर रहा सोना, चांदी गिरी

punjabkesari.in Sunday, Nov 13, 2016 - 11:10 AM (IST)

नई दिल्लीः अमरीका राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे और 500 तथा 1000 रुपए के नोट के प्रचलन को बंद करने को लेकर घरेलू बाजार में मची अफरातफरी से दिल्ली सर्राफा बाजार में हुई काफी उठापटक के बावजूद गत सप्ताह सोना 31,500 रुपए प्रति दस ग्राम पर स्थिर रहा। हालांकि जेवराती और औद्योगिक मांग में आई गिरावट से चांदी 300 रुपए प्रति किलोग्राम लुढ़ककर 44,700 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। स्थानीय बाजार में गत सप्ताह मात्र चार ही दिन कारोबार हुआ। सोमवार को सोना 300 रुपए की गिरावट के साथ 30,850 रुपए प्रति दस ग्राम था और मंगलवार को इसके भाव स्थिर रहे। बुधवार 9 नवंबर को सर्राफा बाजार में काफी हलचल रही। 8 नवंबर की रात सरकार की 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट अवैध करने की घोषणा और अमरीका के राष्ट्रपति के रुप में डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने बुधवार को पीली धातु को अप्रत्याशित बढ़त दी। सुरक्षित निवेश और कालेधन को सफेद करने के चक्कर में सोना 900 रुपए की जबरदस्त छलांग लगाता हुआ 3 साल के उच्चतम स्तर 31,750 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। इस दिन चांदी भी 1150 रुपए की छलांग लगाकर 5 सप्ताह के उच्चतम स्तर 45,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

गुरुवार 10 नवंबर को सोना 600 रुपए टूटकर 31,150 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया और उसी शाम 4 बजे स्थानीय सर्राफा कारोबारियों पर पड़े छापे के विरोध में 11 और 12 नवंबर को सर्राफा बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। 9 नवंबर से ही सोने की कालाबाजारी का बाजार गर्म हो गया और मीडिया में आई खबरों के अनुसार लोग 500 और 1000 रुपए के नोट को खपाने के लिए गैरपंजीकृत सोने को मुंहमांगे दाम पर खरीदने लगे। सरकार ने कालाबाजारी के सोने की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए छापे मारे। इस बीच लंदन तथा न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार बीते सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोना हाजिर 76 डॉलर की भारी गिरावट के साथ 5 महीने से ज्यादा के निचले स्तर 1,228 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। दिसंबर का अमरीकी सोना वायदा भी 77.62 डॉलर लुढ़ककर 1,227.40 डॉलर प्रति औंस बोला गया। विदेशों में चांदी भी 1.06 डॉलर की गिरावट के साथ सप्ताहांत पर 17.35 डॉलर प्रति औंस बोली गई।

बाजार विश्लेषकों ने बताया कि अमरीकी राष्ट्रपति के नीतियों की स्पष्ट तस्वीर सामने नहीं आने से आशंकित निवेशकों के बीच मचे हड़कंप से पीली धातु में आगे भी उठापटक जारी रहने की उम्मीद है।


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