एलन मस्क ने फिर रखा Twitter को खरीदने का प्रस्ताव, $54.20 प्रति शेयर के पुराने ऑफर पर डील करने को तैयार

punjabkesari.in Wednesday, Oct 05, 2022 - 10:53 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क एक बार फिर ट्विटर को खरीदना चाहते हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, मस्क ने अपने पुराने ऑफर पर ट्विटर को खरीदने का प्रस्ताव रखा है। मस्क का पुराना ऑफर 54.20 डॉलर प्रति शेयर का है। मामले से जुड़े लोगों के अनुसार, मस्क ने एक लेटर में ट्विटर को यह प्रस्ताव भेजा है। इस खबर के बाद ट्विटर का शेयर 18 फीसदी उछल गया। इसके पहले मस्क महीनों से ट्विटर को खरीदने के सौदे से पीछे हटने की कोशिश कर रहे थे। मस्क ने ट्विटर पर जानकारी छुपाने का आरोप लगाया था। मस्क ने कहा था कि ट्विटर ने उनसे यूजर बेस और फर्जी खातों से जुड़े आंकड़े छुपाए।

व्हिसल ब्लोअर के कारण भी तोड़ी डील

हाल ही में टेस्ला के सीईओ मस्क ने कहा था कि ट्विटर का व्हिसल ब्लोअर डील को तोड़ने का बड़ा कारण है। मस्क ने कहा कि ट्विटर का एक पूर्व कर्मचारी जो व्हिसल ब्लोअर बन गया था, उसे लाखों डॉलर का भुगतान किया था। यह एक बड़ा कारण था, जिसके चलते मस्क ने ट्विटर को खरीदने की 44 अरब डॉलर की डील को रद्द कर दिया। ट्विटर को लिखे एक पत्र में एलन मस्क के वकीलों ने कहा,‘पीटर जटको (व्हिसलब्लोअर) और उनके वकीलों को 7.75 मिलियन डॉलर का भुगतान करने से पहले ट्विटर ने उनकी सहमति नहीं ली। इससे मर्जर एग्रीमेंट का उल्लंघन हुआ है।'

फर्जी अकाउंट्स का उठाया था मुद्दा

टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने ट्विटर के साथ डील तोड़ने की घोषणा करते हुए कहा था कि ट्विटर पर ‘बॉट्स, स्पैम और फर्जी अकाउंट’ हैं, जिस कारण उन्हें यह डील तोड़नी पड़ रही है। मस्क ने यह भी कहा था कि उनके ट्वीट पर 90 फीसदी कमेंट्स असल में बॉट या स्पैम रिप्लाई हैं।

जब डील तोड़ने के पीछे बताया भारत कनेक्शन

इससे पहले एलन मस्क ने ट्विटर डील तोड़ने के पीछे भारत कनेक्शन का भी जिक्र किया था। उन्होंने कोर्ट को बताया था कि ट्विटर भारत सरकार के खिलाफ जोखिम भरे मुकदमे का खुलासा करने में विफल रही। मस्क ने साथ ही यह दावा भी किया कि ट्विटर ने भारत सरकार के खिलाफ जाकर दुनिया के तीसरे सबसे बड़े बाजार को खतरे में डाल दिया था। मस्क ने डेलावेयर अदालत में एक काउंटरसूट में यह दावा भी किया था कि ट्विटर ने उन्हें कई चीजों के बारे में अंधेरे में रखा। डील के समय उन्हें भारत में चल रहे डेवलपमेंट के बारे में नहीं बताया गया था। कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार, मस्क ने कहा कि ट्विटर को भारत में स्थानीय कानून का पालन करना चाहिए। वहीं, ट्विटर ने कोर्ट को बताया है कि मस्क के पास कंपनी के बारे में पूरी जानकारी थी।


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Content Writer

jyoti choudhary

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