मोदी सरकार के साथ मिलकर लाखों कमाने का मौका, ऐसे शुरू करें अपना बिजनेस
punjabkesari.in Monday, Feb 03, 2020 - 02:57 PM (IST)
बिजनेस डेस्क: वित्त वर्ष 2020-21 के आम बजट में केंद्र सरकार द्वारा कृषि तथा ग्रामीण विकास पर फोकस किया गया। सरकार ने किसानों के लिए कई नई योजनाओं का ऐलान किया था जिनसे बेकार पड़ी जमीन को इस्तेमाल में लाया जा सकता है, साथ ही किसानों की आमदनी में भी इजाफा होगा। इनमें एक योजना है किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान यानी कुसुम (KUSUM) योजना।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को प्रधानमंत्री कृषि ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) के विस्तार की घोषणा की। इस योजना के तहत 20 लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में मदद की जाएगी। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि 15 लाख किसानों को ग्रिड से जुड़े सोलर पंप लगाने के लिए धन मुहैया कराया जाएगा। किसान इन सोलर पंपों से बनने वाली अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति ग्रिड को भी कर सकेंगे।
सीतारमण ने कहा था कि इस योजना से किसानों की डीजल और केरोसिन तेल पर निर्भरता घटी है और वे सौर ऊर्जा से जुड़े हैं। इस योजना से किसान सौर ऊर्जा उत्पादन करने और उसे ग्रिड को बेचने में सक्षम हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपनी बंजर जमीन पर सौर ऊर्जा पैदा कर आमदनी भी कमा सकेंगे।
क्या है कुसुम योजना
मोदी सरकार ने पिछले कार्यकाल में फरवरी 2019 में पीएम कुसुम योजना की शुरुआत की थी, जिसके लिए 34,422 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। पीएम कुसुम योजना के तीन घटक हैं- 10,000 मेगावाट क्षमता के ग्रिड से जुड़े विकेंद्रीकृत नवीकरणीय बिजली संयंत्र, 17.50 लाख ग्रिड से पृथक सौर बिजली कृषि पंप और ग्रिड से जुड़े हुए 10 लाख सौर बिजली कृषि पंपों का सोलराइजेशन। योजना के तहत इन तीनों घटकों को मिलाकर 2022 तक कुल 25,750 मेगावाट सौर क्षमता तैयार करने की योजना है।