कश्मीर में तनाव: महंगे होंगे ड्राई फ्रूट्स

punjabkesari.in Monday, Sep 05, 2016 - 10:21 AM (IST)

कोलकाता: कश्मीर के अखरोट, बादाम और केसर जैसे कई ड्राई फ्रूट्स इस बार त्यौहारी सीजन में महंगे हो सकते हैं। घाटी में जारी तनाव के चलते बादाम के दाम गत एक माह में 18 प्रतिशत चढ़कर 1300 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए हैं। दूसरी ओर गत कुछ दिनों में बारिश से केसर की फसल को नुक्सान हो सकता है।

अखरोट की कटाई से दूर उत्पादक
कश्मीर में अखरोट की फसल में बसंत सीजन के खत्म होने पर मार्च और अप्रैल में फूल आना शुरू हो जाता है। इसके बाद फल तेजी से बढ़ता है लेकिन इसके पकने में वक्त लगता है। इसे तोडऩे का काम अगस्त के मध्य से शुरू हो जाता है और यह अक्तूबर मध्य तक चलता है। उत्पादक अखरोट की कटाई को लेकर चिंतित हैं। घाटी में विवाद और तनाव से उत्पादक  कटाई से दूर हैं।

उत्पादकों का कहना है कि अगर राजनीतिक खींचतान की वजह से सितम्बर के अंत तक कटाई में तेजी नहीं आ पाई तो इसके दाम बढ़कर 1700 रुपए प्रति किलो तक जा सकते हैं। ट्रेडर्स का कहना है कि तंगधार और कुपवाड़ा जैसे प्रीमियम क्वालिटी का अखरोट पैदा करने वाले स्थानों से इसका ट्रांसपोर्ट नहीं हो पा रहा है क्योंकि जम्मू-श्रीनगर हाईवे पूरी तरह से बंद पड़ा है।

केसर पर भी बुरा असर
हालांकि घाटी में विवाद और तनाव का बुरा असर अखरोट, बादाम और केसर के व्यापार पर पहले ही पड़  चुका  है लेकिन ट्रेडर्स को आशंका है कि दुनिया का सबसे महंगा मसाला माने जाने वाले केसर के उत्पादन पर भी बारिश के चलते बुरा असर पड़ सकता है। अगर बारिश लंबे वक्त तक जारी रही तो केसर के दाम मौजूदा 2 लाख रुपए प्रति किलो से ऊपर जा सकते हैं।

बादाम का उत्पादन लडख़ड़ाया
इतना ही नहीं, घाटी में बादाम का उत्पादन भी लडख़ड़ा गया है और गत 2 वर्ष में क्षेत्र में बाढ़ से उत्पादन पर और भी बुरा असर पड़ा है। वहीं कटाई सितम्बर अंत से शुरू होगी। उम्मीद है कि तब तक घाटी में शांति लौट आएगी। सबसे खराब स्थिति यह है कि कश्मीर घाटी में चल रहे तनाव से कैलिफोॢनयाई अखरोट और बादाम को घरेलू बाजार में जगह बनाने में बड़ी मदद मिल रही है। ज्यादातर ड्राई फ्रूट विक्रेता अब कैलिफोर्निया के सूखे मेवों की स्थानीय बाजार में सप्लाई कर रहे हैं। ईरान का बादाम भी भारतीय बाजार में जमकर आ रहा है।


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