Donald Trump warns: डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति से चीन को झटका, भारत पर क्या पड़ेगा असर?"

punjabkesari.in Friday, Jan 24, 2025 - 11:33 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः पिछले दो दशकों से चीन दुनिया के उत्पादन का केंद्र बना हुआ है लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कड़े बयानों और नीतियों ने चीन के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। ट्रंप ने व्यापार जगत के नेताओं से अमेरिका में उत्पाद निर्माण करने की अपील की है और चेतावनी दी है कि अगर कंपनियां अपने उत्पाद विदेश में बनाती हैं, तो उन्हें अमेरिका में भारी टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।

ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल में मेक्सिको, कनाडा और चीन से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाने की योजना का ऐलान किया है, जिसमें चीन से आयातित सामान पर 60% से ज्यादा टैरिफ लगाने का प्रस्ताव शामिल है।

दावोस में ट्रंप का संबोधन

स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि वह कच्चे तेल की कीमत, ब्याज दरों और टैक्स को कम करने की योजना पर काम कर रहे हैं। उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए जल्द ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने का भी इरादा जताया।

कच्चे तेल की कीमत में गिरावट

ट्रंप ने कहा, "मैं मांग करूंगा कि ब्याज दरें तुरंत कम हों और सऊदी अरब व ओपेक तेल की कीमतें घटाएं।" इस बयान के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। साथ ही अमेरिकी डॉलर और यूरो की दरों में उतार-चढ़ाव देखा गया।

भारत पर संभावित असर

ट्रंप की नीतियां भारत के लिए भी चिंता का विषय हैं। उन्होंने भारत को "टैरिफ किंग" करार दिया था, जिससे यह संभावना है कि भारतीय वस्तुओं पर भी टैरिफ लगाया जा सकता है। भारत, जो अमेरिका के साथ व्यापार में सरप्लस स्थिति में है, अब अपनी व्यापार नीतियों की समीक्षा कर रहा है।

चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध और उसका प्रभाव

चीन और अमेरिका के बीच लंबे समय से चल रहे व्यापार युद्ध में ट्रंप के टैरिफ प्लान ने आग में घी का काम किया है। चीन का अमेरिकी बाजार पर भारी निर्भरता है, लेकिन ट्रंप ने इसे कम करने की दिशा में कदम उठाए हैं। ट्रंप की इन नीतियों से अमेरिका के खजाने में अगले 10 वर्षों में करीब 3.3 ट्रिलियन डॉलर आने की संभावना जताई जा रही है।

भारत की तैयारी

ट्रंप की नीतियों के मद्देनजर भारत ने अपनी व्यापार नीतियों की समीक्षा शुरू कर दी है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने इस पर विभिन्न मंत्रालयों के साथ चर्चा भी की है ताकि संभावित चुनौतियों का सामना किया जा सके। इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि ट्रंप की नीतियां न केवल चीन बल्कि वैश्विक व्यापार पर गहरा प्रभाव डाल सकती हैं।


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Content Writer

jyoti choudhary

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